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राजस्थान का रण : जहां थे सरताज, वहां क्या आज…पत्रिका टीम ने जानी उन बूथाेें की हालत जहां प‍िछले चुनावों में म‍िलेे थे खूब वोट

locationउदयपुरPublished: Sep 17, 2018 04:20:12 pm

Submitted by:

madhulika singh

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मुकेश हिंगड़ व प्रमोद सोनी/उदयपुर.

उदयपुर शहर बूथ नम्बर- 56

मतदान केन्द्र- गोस्वामी स्कूल जाड़ा गणेशजी चांदपोल

2013 में मतदान- 982 वोट

भाजपा को मिले वोट- 724

उदयपुर. उदयपुर शहर विधानसभा क्षेत्र। जाड़ा गणेश चौक और आसपास का क्षेत्र। यह पूरा क्षेत्र पर्यटन से जुड़ा हुआ है। विदेशी पर्यटक इस क्षेत्र में पैदल घूमते हुए ऐतिहासिक विरासत, झीलें और मंदिर देखने जाते है। क्षेत्र में होटलें और पेइंग गेस्ट हाउस का संचालन सबसे ज्यादा है। पिछोला झील और कुम्हारिया तालाब से सटा यह क्षेत्र है। इस बूथ में जाड़ा गणेश जी चौक, नागानगरी, रामद्वारा चौक, पंचदेवरिया, बागोर का नोहरा, नाग मार्ग, बजरंग मार्ग, पिपलिया हाउस, भींडर की हवेेली जैसे इलाके आते है। यहां किराणा और सामान्य दुकानें है और उनको संचालन करने वाले इसी क्षेत्र में रहते है। विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में इस इलाके को देखें तो यह वही बूथ है जहां मौजूदा भाजपा विधायक और मंत्री गुलाबचंद कटारिया को पूरे विधानसभा क्षेत्र में किसी भी एक बूथ के सर्वाधिक वोट मिले थे।
मोटे तौर पर क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण ब्राह्मण समुदाय के मतदाताओं पर आधारित है। हम जब क्षेत्र से गुजर रहे थे तो लोग घरों के बाहर स्वच्छता में लगे थे तो रविवार की छुट्टी होने से बच्चे गलियों में खेल रहे थे। हम जब गुजर रहे थे तब कुम्हारिया तालाब और पिछोला में एक व्यक्ति कचरे से भरी थेली पटक कर जा रहा था जबकि वहां पर श्रमदान और जागरूकता के जरिए कई तरह से लोगों को समझाया जाता है। लोगों से बात की तो लोग बोले काम हुए तो है लेकिन आज भी बहुत काम होने है। क्षेत्रवासी आनंद कहते हैंं कि ट्रैफिक की सुविधा सही नहीं है, पानी कम दबाव से आता है। क्षेत्रवासी रमेश पानी को लेकर परेशानी है, होटलें होने से पर्यटक बहुत आते है जिससे आए दिन जाम की स्थिति रहती है जिसका समाधान नहीं हुआ है। केशीबाई कहती है कि सडक़ें बनाई है, नालियां बनी है, काम अच्छा हुआ है। क्षेत्र में राजनीति के जानकारों का मानना है कि पिछले चुनाव में भाजपा लहर और बंधे वोट बैंक का फायदा भाजपा को मिला था। इस बार मतदाताओं का ‘भूगोल’ बदल भी गया है लेकिन वे कहते है कि सीवरेज लाइन जैसा बड़ा काम इस क्षेत्र में हुआ है। देखने वाली बात यह होगी कि भाजपा अपना वोट बैंक कितना बरकरार रख पाती है और कांग्रेस इसे कितना बदल पाती है। नगर निगम की गाड़ी कचरा घर से लेकर जा रही थी लेकिन कुछ जगह कचरा और निर्माण सामग्री सडक़ पर पड़ी मिली तो जर्जर मकानों का मलबा भी पड़ा था।
संवाददाता ने वहां जाम की फोटो और वीडियो बनाने की प्रक्रिया शुरू की ही थी कि वहां खड़े सज्जन बोले कि भाईसाहब जाम से मुक्ति दिला दो, एक बार गृहमंत्री भी फंस गए थे…आप हाल तो देख ही रहे हो, वोट मिलने के बाद जनता की कोई नहीं सुनता। हालांकि, इन तमाम हालातों के बीच दोनों दलों के जीत के दावे बरकरार हैं। वार्ड के कांग्रेस नेता पन्नालाल तेली कहते है कि वार्ड में गन्दगी फैली हुई है, सफाई नियमित नहीं होती है, गंदा पानी तालाब में जा रहा है। कांग्रेस ने भी पिछले समय से बहुत मेहनत की है। भाजपा की पार्षद रेखा पालीवाल कहती है कि कटारिया ने बहुत काम कराया है, सीवरेज का प्रोजेक्ट वार्ड में लाए है, अम्बामाता स्कूल में साइकिल स्टैंड का टीन शेड बनाया है। रेखा कहती है कि इसका फायदा भाजपा को फिर मिलेगा, हमारी तैयारी पूरी है।
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विधानसभा क्षेत्र- उदयपुर शहर बूथ नम्बर- 35

मतदान केन्द्र- मल्लातलाई
2013 में मतदान- 718 वोट

कांग्रेस को मिले वोट- 668

फारूख आजम कॉलोनी फतहसागर झील के रानी रोड के पीछे और इस तरफ अम्बामाता के सामने का इलाका है। सेन्ट्रल एकेडमी स्कूल होकर इस कॉलोनी में हम गए तो मुख्य सडक़ तो साफ-सुथरी थी लेकिन जैसे ही फारूख आजम कॉलोनी में गए तो गन्दगी ने नाक के आगे रूमाल लगाने को मजबूर कर दिया। छोटी गलियों में सटे इस इलाके में लोग कहते है कि बाहर सडक़ नहीं बनी तो कोई नालियों की बात कह रहे थे। बाहर से पानी लेकर घर ले जा रही एक महिला बोली की पानी की समस्या है लेकिन समाधान नहीं हुआ है। यहां लोग नाम बताकर समस्या बताने को तैयार नहीं थे लेकिन यू तो वे बहुत समस्याएं अंगुली पर गिना रहे थे जिसमें पानी, नाली, सडक़ की, यह भी बोले कि बारिश के समय तो बहुत परेशान होते हैंं। यहां पर कांग्रेस के दिनेश श्रीमाली को सर्वाधिक वोट मिले थे जबकि उनके सामने गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को सबसे कम वोट मिले थे। अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में भाजपा से जुड़े लोग कहते हैंं कि इस वार्ड में बहुत काम कराया तो कांग्रेस कहती है कि भेदभाव किया गया है। इस बूथ में गांधी नगर डी ब्लॉक, ओड़ बस्ती, स्वामी एकता नगर आते है। स्थानीय राजनीति के जानकारों की मानें तो 2013 के चुनाव में कांग्रेस को इस इलाके में फायदा हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमाली के पक्ष में यहां से बम्पर वोटिंग हुई, हालांकि वह चुनाव जीतने में सफल नहीं हो पाए। नगर निगम चुनाव में इसी वार्ड के मतदाताओं ने पार्षद के तौर पर भी कांग्रेस को चुना और मोहसिन खान निर्वाचित हुए। वहां मुस्लिम आबादी निवास करती है। ज्यादातर लोग निम्र आय वर्ग हैं। यहां के मतदाताओं का झुकाव कांग्रेस की तरफ अधिक रहता है। एक महिला ने बताया कि पानी की पाइप लाइन खुदाई की वजह से टूट गई, कई बार शिकायतें कर दी कोई सुनने वाला नहीं है, एक बुजुर्ग ने बताया कि पानी कम दबाव से आता है, टूटी सडक़ों को संभालने वाला नहीं है। घोड़ेवाले ने बताया कि सामुदायिक भवन जर्जर स्थिति में है। पार्षद व कांग्रेस नेता मोहसिन खान कहते है कि सीवरेज का घटिया काम किया गया है, काम करने के बाद सडक़ें वापस ठीक नहीं की, चैम्बर ऊंचे नीचे हैंं, लोग परेशान हैंं। गृहमंत्री व विधायक गुलाबचंद कटारिया कहते हैंं कि ईमानदारी से तो सबसे ज्यादा काम उस क्षेत्र में हुआ है, विकास की दृष्टि से पानी और सीवरेज की समस्या वहां दूर की, उस क्षेत्र में बहुत काम कराए है। पत्रिका टीम पहुंची उन बूथ पर जहां 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी सबसे ज्यादा वोट लेकर आए थे। बूथ के तहत आने वाले मतदाताओं से विकास के मुद्दे पर बात कीं तो सामने आया कि समस्याएं अब भी वहींं की वहींं हैं।
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