लंबी दूरी की ट्रेनों में बढ़ते यात्री भार को देखते हुए रेलवे की ओर से उदयपुर से सिकंदराबाद, पटना, कटिहार और जम्मूतवी के लिए चार किराया स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था। इनमें कटीहार और जम्मूतवी ट्रेन में एक सप्ताह पूर्व तक सभी वर्ग के कोच में वेटिंग आ रही है। लेकिन इन स्टेशनों पर जाने वाली अगली स्पेशल ट्रेन में लोग रुचि नहीं दिखा रहे। इससे अब तक इनमें कई सीटे उपलब्ध है। इसी प्रकार सिकंदराबाद और पटना की स्पेशल ट्रेनों में भी लोग कम ही रुचि दिखा रहे हैं।
25 से 30 प्रतिशत अधिक लगता है टिकट
स्पेशल ट्रेन में टिकट की दर सामान्य ट्रेन से 25 से 30 प्रतिशत अधिक होती है। लेकिन यह दर तत्काल टिकट से करीब 8 से 10 प्रतिशत कम होती है। इसके बावजूद लोग इन ट्रेनों में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसका कारण यह हो सकता है कि या तो लोगों को इन ट्रेनों के बारे में पता ही नहीं है या वे महंगा टिकट नहीं लेना चाह रहे।
लंबे रूट से जा रही सिकंदराबाद
उदयपुर से सिकंदराबाद के लिए चलाई गई स्पेशल रेलसेवा काफी लंबा रूट तय कर रही है। ऐसे में इस रेल से आवागमन करने में यात्री कम ही रुचि दिखा रहे हैं। इस ट्रेन का रूट मावली, भलवाड़ा, विजयनगर, नसीराबाद, अजमेर, जयपुर, सवाईमाधोपुर, कोटा, शामगढ़, नागदा, उज्जैन, शुजालपुर, संत हिरदाराम नगर, भोपाल, ईटारसी, खंडवा, मलकापुर, अकोला, वाशिम, हिंगोली डेक्कन, बसमत, पुर्णा जं.,नांदेड़, मुदखेड, धर्माबाद, बासर निजामाबाद, कामारेड्डी, मेडचल, बोलाराम होकर रखा गया है। जबकि यह ट्रेन उदयपुर से सीधे कोटा होकर भी जा सकती है।
बांद्रा के लिए नहीं है सीधी ट्रेन
वर्तमान में उदयपुर से बांद्रा सप्ताह में चार दिन ट्रेन चलती है। यह ट्रेन लंबे रूट से चलने के बावजूद करीब डेढ़ माह तक इसमें वेटिंग आ रही है। इसके बावजूद रेलवे ने वाया अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन का संचालन नहीं किया। अगर इस रूट पर स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू किया जाता है तो रेलवे के साथ ही यात्रियों को भी लाभ होगा।