READ MORE : आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक महिला का शव चार दिन तक पड़ा रहा…. प्रस्तुति प्रबन्धक मोहम्मद रिजवान ने बताया कि नाटक के विभिन्न किरदारों में इंद्र सिंह सिसोदिया, चक्षु सिंह रूपावत, नेहा पुरोहित, अगस्त्य हार्दिक नागदा, मोहन शिवतारे, महेश जोशी, धर्मेंद्र टिलावत, राघव गुर्जरगौड़ और मनीषा शर्मा ने अपने अभिनय कौशल के दम पर दर्शकों का दिल जीत लिया। प्रकाश व्यवस्था और संचालन जिम्मा जयपुर से आए सहयोगी कलाकार शहजोर अली ने संभाला। समापन अवसर पर आईआईएम, वाराणसी के प्रोफेसर अरुण जैन, वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. लईक हुसैन, दीपक जोशी आदि ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।