उदयपुर जिले में 2230 बूथ, इनमें 11 बूथ दुर्गम स्थलों पर, मतदाताओं का बूथ तक पहुंचने का नजारा करता है दंग, झाड़ोल व जयसमंद के गांवों के वोटर नाव में जाते हैं वोट डालने, कोटड़ा के एक बूथ पर जंगल में होकर 22 किमी. जाते है वोटर
उदयपुर•Apr 25, 2024 / 04:47 pm•
Shubham Kadelkar
झाड़ोल के चंदवास पंचायत से नाव में सवार होकर रायलाखेड़ा बूथ पर यूं आते है ग्रामीण ।
उदयपुर/कोटड़ा/झाड़ोल/खेरवाड़ा/जयसमंद. लोकतंत्र के उत्सव में शत प्रतिशत मतदान के लिए इस बार जिले में कुल 2230 पोलिंग बूथ बनाए गए है, लेकिन इनमें से 11 बूथ दुर्गम स्थलों पर अवस्थित है। मतदाताओं की बूथ तक पहुंच का नजारा ही न केवल रोमांचित करने वाला होता है बल्कि देखने वाला एकबारगी दंग रह जाता है। आदिवासी बहुल झाड़ोल पंचायत समिति की चंदवास पंचायत समिति की बात करे तो यहां का एक बूथ रायड़ाखेड़ा फला में है। यहां पहुंचने के लिए ग्रामीणों को नाव की सवारी करनी होती है। मानसी वाकल के वर्ष पर्यन्त बहने वाले इस बेकवाटर को पार कर 110 परिवार मतदाता बूथ तक पहुंचते है। मतदान के दौरान ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बनता है लेकिन हादसे का अंदेशा हर पल बना रहता है। इसी प्रकार कोटड़ा पंचायत समिति में फुलवारी की नाल प्राकृतिक छटा ओढ़े हुए है और हर आगन्तुक यहां गदगद हो जाता है। मजबूरी है कि वनविभाग के अधीन इस इलाके में पांच गांव ऐसे हैं, जहां मतदाता उबड़ खाबड़, पथरीले, पगडंडीनुमा रास्ते पर होकर 22 किलोमीटर पैदल वोट डालने जाते है। कभी कभार कोई ग्रामीण जीप या अन्य वाहनों में आसरा दे देता है।
Home / Udaipur / यहां मतदाता नाव में बैठकर तो कई जंगल व पथरीले रास्तों से होकर पहुंचते हैं मतदान केंद्र