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Wach : तारों से लिपटी बेल और टहनियां दे सकती है करंट का झटका

locationउदयपुरPublished: Jul 22, 2019 09:28:26 pm

Submitted by:

Dhirendra

-कई जगह तारों से लिपटी हुई है बेल, पेड़ों में दबे पड़े खंभे

udaipur

Wach : तारों से लिपटी बेल और टहनियां दे सकती है करंट का झटका

धीरेंद्र् कुमार जोशी/उदयपुर. अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ( AVVNL ) की ओर से छीजत कम करने के दावे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन इस पर अमल करने में खुद निगम ही गंभीर नहीं। एेसा ही मामला खंभों ( Pole ) और तारों पर लिपटी बेलों और पेड़ों ( Tree ) की टहनियों के मामले में भी है। समय पर रखरखाव नहीं होने से शहर के अधिकांश खंभों और तारों पर बेले और पेड़ों की टहनियां लिपटी हुई है। इनसे जहां लोगों और जानवरों को करंट लगने का खतरा है, वहीं निगम की छीजत मंे भी बढ़ोतरी हो रही है।
निगम की ओर से प्रतिवर्ष मानसून ( IMD ) पूर्व किए जाने वाले रखरखाव में तकनीकी उपकरण बदलने के साथ ही पेड़ों ( Tree ) की टहनियों को काटने और खंभों पर चढऩे वाली बेलों को हटाने का काम भी किया जाता है। लेकिन इस बार मानसून पूर्व रखरखाव नहीं होने से शहर में कई जगह हालत गंभीर बनी हुई है। बारिश होने के साथ ही पेड़ों और बेलों ने तेजी से गति पकड़ी और अब ये तारों तक पहुंच चुके हैं। बारिश के दौरान इससे करंट का खतरा बना हुआ है इसके साथ ही ये छीजत में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं।
पूरे शहर के हाल बूरे
शहर में कई स्थानों पर पेड़ों ( Tree ) की टहनियां बिजली के तारों को छू रही है। इसके साथ ही बारिश में बेल भी खंभों से होते हुए तारों तक पहुंच गई है। इनमें महाकालेश्वर मार्ग, सूरजपोल, गुलाब बाग, हिरण मगरी, बोहरा गणेशजी सहित कई जगह तारों से टकराती टहनियों के साथ बेले आसानी से देखी जा सकती है।
खंभे हुए गायब
आरसीए के बाहर लगे कई खंभों का ऊपरी हिस्सा पेड़ों की टहनियों में गुम हो गया है। एेसा ही हाल कॉमर्स कॉलेज के पीछे, हिरण मगरी, प्रतापनगर सहित विभिन्न कॉलोनियों में भी देखा जा सकता है।
नहीं हुआ मानसून पूर्व रखरखाव
पहले विधानसभा चुनाव और इसके बाद लोकसभा चुनाव के चलते रखरखाव नहीं हो पाया। इधर मानसून पूर्व भी रखरखाव नहीं होने से बार-बार बिजली गुल होने की समस्या बरकरार है। बारिश के दौरान पेड़ों की टहनियों और बेलों के कारण भी व्यवधान होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
अब जाकर हुए आदेश
निगम सूत्रों के अनुसार जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में हुई बैठक में ठेकेदारों को रखरखाव के निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश मई माह में दिए जाने थे। लेकिन इसमें इतनी देर क्यों हुई इसको लेकर अधिकारी आशानुरूप जवाब नहीं दे पा रहे। अब बारिश शुरू हो गई है और बारिश के साथ लाइनों का रखरखाव करना मुश्किलें खड़ी करेगा।
समय पर हो रखरखाव
विद्युत लाइनों का समय पर रखरखाव किया जाना चाहिए। बारिश के मौसम मंे तारों पर लिपटी बेलो और पेड़ों की टहनियों से जानवरों और आसपास मौजूद इंसानों को करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं नमी के चलते छीजत भी बढ़ती है। इससे होने वाली छीजत तारों में प्रवाहित हो रहे करंट पर निर्भर करती है।
– वायके बोलिया, सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता।
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रखरखाव का काम शुरू हो चुका है। इस कार्य में देरी हुई है, लेकिन जल्द ही व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।
– गिरिश कुमार पारिख, अधिक्षण अभियंता, एवीवीएनएल, उदयपुर।
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