चुप रहने के लिए दबाव बनाया जब बालिका ने इस समस्या की शिकायत विद्यालय स्टाफ से की तो उल्टा बालिका को चुप रहने के लिए दबाव बनाया और कहा कि यह बात बाहर मत बोलना। लेकिन बालिका ने हिम्मत रख यह बात अपने अभिभावक को जाकर बताई जिस पर पिता और अन्य लोग विद्यालय पहूँचे। जिस पर स्टाफ ने पौषाहार पकाने वाली को बुला कर माफी मँगवाई और भविष्य मे इस तरह की गलती नहीं करने की बात कही। तब जाकर अभिभावक शान्त हुए। बालिका कक्षा आठ की पडने वाली है। यह घटना 2 जुलाई की बताई जा रही है। तब से बालिका स्कूल में नहीं आ रही थी इस पर शनिवार को स्कूल स्टाफ बालिका के घर पहुंचा और परिजनों से समझाइश कर बालिका को विद्यालय लाए। लेकिन रविवार को समाज जनों ने घटना पर रोष जताते हुए कार्रवाई की मांग की है । हालांकि पुलिस ने इस संबंध में कोई मामला अब तक दर्ज नहीं किया है।
इनका कहना है बालिका के साथ कुक का काम करने वाली हेल्पर ने अपशब्द कहे। इस पर बालिका नाराज हो गई और स्कूल आना बंद कर दिया। जब हमें पता लगा तो बालिका के घर पहुंचे और समझा इस कर माफी मांगते हुए बालिका को स्कूल लाए और अब वह पढ़ने आ रही है। कुक को भी डांटते हुए हिदायत दी है। फिर भी अगर समाज जन कहते हैं तो कल उथरदा पियो की मौजूदगी में एसएमसी की बैठक बुलाकर उचित निर्णय किया जाएगा।
शंकर लाल मीणा प्रधानाध्यापक रा उ प्रा वि उतरदा
शंकर लाल मीणा प्रधानाध्यापक रा उ प्रा वि उतरदा
मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है अगर ऐसा कहा है और हुआ है तो गलत है।
नारायण लाल मीणा सरपंच उतरदा