क्षेत्र के कोचला, झाड़ोल तालाब, महादेव जी काड, गोदाणा काड, सुल्लतानजी का खेरवाड़ा, देवास, रामिया, नयारहट, बैरणा, आवरड़ा, गोराणा, खाखड़, सगपुरा, गोगला सहित दर्जन भर गांवों के किसान प्रतिदिन सब्जियों बेचने के लिए झाड़ोल आ रहे हैं। शहरी बाजार की अपेक्षा किसानों को उपखण्ड मुख्यालय में हर सब्जी पर प्रतिकिलो 15 से 30 रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। ताजी सब्जी होने के बाद भी किसानों को उनकी मेहनत नहीं मिल रही। पीडि़त किसानों ने एक बार फिर से सब्जी मंडी खोलने की मांग की है। उनकी मानें तो सब्जियों के सही भाव मिलने से उन्हें समर्थन मूल्य का फायदा ही नहीं मिलेगा। आर्थिक फायदा भी होगा।