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उदयपुर

इस गांव में 5 साल से परेशान हो रहे थे पशुपालक, बंद पड़़ा़ था च‍िक‍ित्‍सालय.. अब हुआ कुछ ऐसा..

जिलेभर में हालात जस के तस 60 प्रतिशत पद रिक्त

उदयपुरJun 01, 2019 / 06:08 pm

madhulika singh

Various events organized at Veterinary College on Veterinary Day

Fodder scam, veterinary department will be imposed by the tag

उमेश मेनारि‍या / मेनार. पशुपालन विभाग उदयपुर और नोडल केंद्र वल्लभनगर के अधीन संचालित होने वालेे पशु चिकित्सालय पर विगत करीब 5 सालों से पद रिक्त था। इसके कारण यहां के पशुपालकों को पशुओं के लिए चिकित्सा संबंधित सेवाएं समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। मजबूरी में पशुपालक निजी डॉक्टरों से इलाज करवाने को मजबूर थे। वहींं डॉक्‍टर्स मनचाही राशि भी वसूल रहे थे लेकिन अब पूर्व में यहां सेवाएं दे चुके पवन कुमार पांडव 5 साल बाद वापस यहां का पदभार ग्रहण कर लिया है। उल्लेखनीय है कि यहां के पशुपालकों के और चिकित्सालय पर पद रिक्त को लेकर राजस्थान पत्रिका के द्वारा समाचार प्रकाशित कर संबंधित अधिकारियों का ध्यान यहां के पशु पालकों की समस्या की ओर आकर्षित किया था | अब इस चिकित्सालय के शुरू हो जाने से मेनार के ही नहीं अपितु आसपास के गांवों के पशुपालकों को भी पशुओं के चिकित्सा संबंधी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंंगी | उल्लेखनीय है कि पूर्व में यहां पर एक मात्र कार्यरत पशु सहायक पवन कुमार पांडव अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन पशुपालन विभाग ने उनका अभी स्थानांतरण कुराबड़़ कर दिया था और उनके बदले यहां किसी को भी नहीं भेजा जिसके बाद से ही आज दिन तक यह चिकित्सालय बंद ही पड़ा था हालांकि इस बीच में विधिक सेवा शिविर के दौरान सप्ताह में सिर्फ 1 दिन के लिए एक नियुक्ति जरूर कर दी थी, लेकिन उससे यहां के पशुपालकों को कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि यहां न तो दवाएं उपलब्ध थी और ना ही रोजाना चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो पाती थी । वर्षोंं से बन्द इन चिकित्सालयों के खुलने का इंतज़ार जिले में पशुओं के इलाज की पर्याप्त सुविधा नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में करीब 60 प्रतिशत पद रिक्त हैंं । जिससे पशु चिकित्सालय और पशु उप स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बड़ी दयनीय है। जिलेभर की संस्थाएं स्टाफ की कमी के चलते संचालित नहीं हो पा रही हैं। इन केंद्रों पर पशु चिकित्सकों, पशुधन परिचरों और पशुधन सहायकों सहित जिले में कई पद रिक्त हैं। इसके कारण कई स्वास्थ्य केंद्र और पशु चिकित्सालय बंद पड़े हैं। जिले के वल्लभनगर तहसील में दो दर्जन से अधिक पशु चिकित्सालय को करीब 4 साल से खोला तक नहीं गया है।
मेनार सेंटर पर सहायक को लगाया है दो दिन में आवश्यकतानुसार समस्त दवाएं भिजवा दी जाएंंगी। थोड़े दिनों में एक चिकित्सक और लगवा देंगे ।

डॉ. ललित जोशी संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग उदयपुर
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