Rajasthan News: रावतभाटा से करीब 26 किलोमीटर दूर भून्जर कलां गांव के पास जंगल में प्राचीन गुप्तकालीन मन्दिर मिला है। महर्षि कण्व इतिहास शोध संस्थान के पुरान्वेषक एवं महाराणा प्रताप महाविद्यालय रावतभाटा के प्राचार्य इतिहासकार डॉ. तेजसिंह मावई को सर्वेक्षण के दौरान यह मन्दिर मिला है।
उदयपुर•Mar 07, 2024 / 09:29 am•
Akshita Deora
Temple Found In Forest: रावतभाटा से करीब 26 किलोमीटर दूर भून्जर कलां गांव के पास जंगल में प्राचीन गुप्तकालीन मन्दिर मिला है। महर्षि कण्व इतिहास शोध संस्थान के पुरान्वेषक एवं महाराणा प्रताप महाविद्यालय रावतभाटा के प्राचार्य इतिहासकार डॉ. तेजसिंह मावई को सर्वेक्षण के दौरान यह मन्दिर मिला है। वास्तुकला कि दृष्टि से यह मन्दिर साधारण है। इस मन्दिर का निर्माण एक वर्गाकार चबूतरे पर ईंटों से किया गया है। गर्भगृह के अन्दर खंडित मूर्तियां रखी हैं। ऐसा लगता है ये मूर्तियां बाद में रखी गई हों। देख-रेख के अभाव में यह मन्दिर जीर्ण शीर्ण होकर नष्ट होने के कगार पर है। मन्दिर के ऊपर एवं चारों और झाड़ियां हैं। यह मन्दिर उत्तर गुप्तकालीन है। मन्दिर का निर्माण स्तम्भों पर किया गया है। प्रारम्भिक गुप्तकालीन मन्दिरों में शिखर नहीं होता था, सपाट छत होती थी। पुरातत्व विभाग कि अनदेखी के कारण यह ऐतिहासिक धरोहर नष्ट होने के कगार पर है। पुरातत्व विभाग रावतभाटा में बाड़ोली मन्दिर के अतिरिक्त किसी भी ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण का कार्य नहीं कर रहा है। मन्दिर से सम्बंधित अनेक उपयोगी सामग्री चारों और बिखरी हुई हैं।
भीम की अंगुलियों के निशान
मन्दिर के चबूतरे की दो चट्टानों पर महाबली भीम की अंगुलियों के निशान बने हुए हैं। मान्यता है कि भीम अपने बल से पत्थरों की चट्टानों पर निशान बना देता था। बाड़ोली मन्दिर की बावड़ी में भी भीम की अंगुलियों के निशान हैं। महाविद्यालय के लिपिक धनराज गुर्जर एवं मांगी लाल गुर्जर ने सहयोग प्रदान किया।
Hindi News/ Udaipur / Mahashivratri से पहले राजस्थान के इस जंगल में मिला गुप्तकालीन प्राचीन मंदिर, महाबली भीम की अंगुलियों के है निशान