— ये होंगे चिह्नित पार्किंग स्थल पहले चरण में पेड पार्किंग स्थल, बड़े होटल, व्यावसायिक स्थल, प्रतिष्ठान, मॉल, कोचिंग संस्थान, बैंक, बड़े स्कूल, कॉलेज में यह प्रोजेक्ट लागू किया गया है। दूसरे चरण में भीड़भाड़ वाले स्थान, व्हीकल रिपेयङ्क्षरग शॉप, कबाडख़ाने, वर्कशॉप, कुछ चुनिंदा मार्केट, धार्मिक स्थल व खेल ग्राउंड व पर्यटक स्थल को कवर किया जाएगा। उदयपुर में पहले चरण में 125 पार्किंग स्थल तय किए गए हैं।
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ऐसा काम करेगा एप कंपनी ने द डिजिटल पार्किंग नामक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार की है। इसके तहत कंपनी राज्य के सभी जिलों के चिह्नित पार्किंग स्थलों को डिजिटल कर वहां तैनात गार्ड व संबंधित कर्मचारी को प्रशिक्षण देगी। गार्ड पार्किंग स्थल में आने वाले वाहन के नम्बर को एप्लीकेशन में केप्चर कर रजिस्टर्ड करेगा जिससे सभी वाहनों की जानकारी राजस्थान साइबर सेल के साथ ही जिला पुलिस तक पहुंचेगी। इस रिकॉर्ड से पुलिस को वाहन चोरी के प्रकरणों का खुलासा करने व अन्य अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी। पहले चरण में दौसा पुलिस को इसमें सफलता भी मिली है उन्होंने चोरी के 20 वाहनों को बरामद किया।
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आम आदमी भी कर सकेगा जनरेट जिन पार्किंग स्थलों पर चौकीदार या गार्ड नहीं है, वहां पर कंपनी ने क्यूआर कोड जनरेट किया है। ऐसे में वाहन मालिक अपने मोबाइल में स्वयं वाहन के नम्बर एप में डालकर वाहन को सुरक्षित कर पाएंगे।
आम आदमी भी कर सकेगा जनरेट जिन पार्किंग स्थलों पर चौकीदार या गार्ड नहीं है, वहां पर कंपनी ने क्यूआर कोड जनरेट किया है। ऐसे में वाहन मालिक अपने मोबाइल में स्वयं वाहन के नम्बर एप में डालकर वाहन को सुरक्षित कर पाएंगे।