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प्राकृतिक खूबसूरती और वन्यजीव रोमांच का संगम गौताला अभ्यारण्य

Published: Jul 02, 2018 04:11:33 pm

Submitted by:

Vineeta Vashisth

प्राकृतिक खूबसूरती और रोमांचक वन्यजीवन का आनंद लेने के लिए यहां लोग दूर-दूर से आते हैं और यहां के नजारो में खो जाते हैं।

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प्राकृतिक खूबसूरती और वन्यजीव रोमांच का संगम गौताला अभ्यारण्य

अगर आप प्राकृतिक खूबसूरती के साथ साथ वन्यजीव रोमांच के शौकीन हैं तो आपको महाराष्ट्र में औरंगाबाद के निकट गौताला वन्यजीव अभयारण्य जरूर जाना चाहिए। यह एक रिजर्व वन्य क्षेत्र है, जो औरंगाबाद से लगभग 69 किमी की दूरी पर सह्याद्री की सतमाला और अजंता पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बसा हुआ है। प्राकृतिक खूबसूरती और रोमांचक वन्यजीवन का आनंद लेने के लिए यहां लोग दूर-दूर से आते हैं और यहां के नजारो में खो जाते हैं। यहां खुलेआम घूमते जानवर और यहां की खूबसूरती लोगों का मन मोह लेती हैं। यहां शानदार झरने, पहाड़ , गुफाएं, झील, हरियाली और मंदिर भी हैं।
गरमी की अपेक्षा ठंड में यहां का मौसम बेहद शानदार हो जाता है क्योंकि छिपे हुए जानवर धूप में आते हैं और खुलेआम अभ्यारण्य में विचरण करते हैं जिन्हें देखने का सौभाग्य लोगों को मिलता है।

अगर आप गौताला जाने का प्लान बना रहे हैं तो यहां आने का सही समय अगस्त से फरवरी है। इस दौरान आप यहां के वन्यजीवन के साथ-साथ प्राकृतिक खूबसूरती का भी जी भरकर आनंद उठा सकते हैं।
क्या क्या देखने को मिलेगा

आपको गौताला अभ्यारण्य में पक्षियों और सरीसृपों की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलेंगी। जंगली जीवों की बात करें तो आप यहां चीतल, जंगली सूअर, बाइसन, भेड़िया, सांबर, तेंदुआ, सियार, लोमड़ी, बंदर, भौकने वाली हिरण, जंगली कुत्ता, जंगली बिल्ली भालू आदि को देख सकते हैं।

पक्षी देखने को शौकीन हैं तो विभिन्न पक्षी प्रजातियों को भी देख सकते हैं। कहते हैं कि यहां पक्षियों की 240 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। जिनमें मोर, पार्ट्रिज, स्टॉर्क, क्रेन, स्पून बिल्स, बटेर, पोचार्ड और पेफौल आदि शामिल हैं।
नाइट लाइफ


अगर आप यहां कुछ दिन के लिए आना चाहते हैं तो पहले से ही वन विभाग को सूचित कर दें। यहां वन विभाग द्वारा नाइट लाइफ की बेहद शानदार सुविधा दी जाती है। आप सुबह और शाम के वक्त जंगल सफारी का लुत्फ ले सकते हैं और जंगल के मस्त नजारे देख सकते हैं। बारिशों में यहां खुद ब खुद कई झरने निकल पड़ते हैं जिनका आनंद सैलानी लेते हैं। आप यहां आराम से तीन से चार दिन बिता सकते हैं। शहर की भागदौड़ और प्रदूषण से दूर आप यहां फैमिली के साथ एक अच्छा और रोमांचक टाइम बिता सकते हैं।
अभयारण्य के नजदीक ही सीता खोरी वाटरफॉल, अंतूर किला, शिव मंदिर, पीतलखोरा गुफाएं हैं जिन्हें लौटते समय आप देख सकते हैं।

औरंगाबाद से गौताला की दूरी 69 किलोमीटर है। यहां का नजदीकी हवाईअड्डा औरंगाबाद एयरपोर्ट है। रेल मार्ग के लिए आप पचोरा/ चालीसगांव रेलवे स्टेशन के जरिए गौताला पहुंच सकते हैं और अगर ये विकल्प सही न लगे तो आप सड़क मार्ग से भी गौताला आ सकते हैं।
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