Devi Chitralekha : राजस्थान के नगरफोर्ट कस्बे में चल रहे खाटू श्याम मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान कथावाचिका देवी चित्रलेखा ने भक्तों को भगवान से मिलने का एकमात्र रास्ता बताया। देवी चित्रलेखा ने बताया कि अगर आपके मन में भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा और आस्था है तो भगवान से मुलाकात जरूर होगी।
देवी चित्रलेखा एक आध्यात्मिक वक्ता तथा संगीत कलाकार हैं साथ ही वे भगवत गीता उपदेशक भी हैं।
उन्होंने मात्र 4 साल की उम्र से ही धर्मग्रंथों का अध्ययन करना शुरू कर दिया था। 26 साल की देवी चित्रलेखा को 2019 में आध्यात्मिक तथा युवा उपदेशक के लिए 'वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड' द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
देवी चित्रलेखा भारत की सबसे कम उम्र की आध्यात्मिक संतों में से एक हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने एक मुस्लिम लड़के से शादी की है, हालांकि इस खबर को अफवाह बताते हुए उन्होंने खुद इसका खंडन किया है।
'देवी चित्रलेखा' को लेकर यह चर्चा अक्सर चलती रहती है कि उन्होंने मुस्लिम लड़के के साथ शादी की है। उन्होंने अब इस पर चुप्पी तोड़ते हुए एक इंटरव्यू में कहा कि "जो लोग सत्य जानते हैं उन्हें पता है कि उनके पति ब्राह्मण परिवार से हैं तथा उनका नाम माधव तिवारी है।
देवी चित्रलेखा के भक्तों की तादाद काफी ज्यादा है। उनकी इस उपलब्धि की वजह से ही उनकी तुलना जया किशोरी से की जाती है। उनके सोशल मीडिया पर भी अच्छी खासी फैंन्स फॉलोइंग है। इंटाग्राम पर उनके 2 मिलियन से भी अधिक फॉलोअर्स है।
वह सत्संग गौ सेवा और अपने विचारों को गायन से देश दुनिया के लोगों को आध्यात्म से जोड़ती आई है। जया किशोरी की तरह ही देवी चित्रलेखा एक प्रसिद्ध कथावाचक है जो अभी मात्र 26 साल की है।
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