टिकट वितरण के बाद यह विरोध सडक़ पर भी आ गया। पार्टी के जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने टिकट घोषित होने के बाद जयपुर में चुनाव संयोजक गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिलकर विरोध भी दर्ज करा टिकट वितरण नहीं किए जाने पर इस्तीफे दिए जाने की बात कही थी।
वहीं इसके बाद मंगलवार को अग्रवाल धर्मशाला में सभी असंतुष्टों ने बैठक कर निर्णय लिया था कि एक बार फिर से पार्टी आलाकमान को भावनाओं से अवगत कराया जाएगा, इस पर निर्णय नहीं बदला तो इस्तीफे दिए जाएंगे और चुनाव की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इस पर भी पार्टी का रूख नहीं बदलने पर 14 नवम्बर को जयपुर पहुंचे 20 पदाधिकारियों ने प्रदेश मंत्री को इस्तीफे सौंप दिए थे तथा जिला महामंत्री ने सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्य सचेतक के नामांकन दाखिल किए जाने की पोस्ट डाली थी। इसके लिए गुरुवार को बैठक भी होनी थी।
अब नजर नहीं आ रहे
गुरुवार देर रात को कांग्रेस की ओर जारी सूची में टोंक के सचिन पायलट का नाम सामने आने के साथ ही भाजपा से बगावत के सुर थम से गए है। वहीं जो पदाधिकारी जयपुर में इस्तीफे सौंप कर आए थे वो अब किसी भी स्तर पर राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने से कतराने लगे है। वहीं इनकी प्रत्याशी तय करने के लिए होने वाली बैठक भी अब तक नहीं हो पाई है। भाजपा प्रत्याशी द्वारा नामांकन दाखिल करने के दौरान भी उक्त पदाधिकारी नजर नहीं आए है।
गुरुवार देर रात को कांग्रेस की ओर जारी सूची में टोंक के सचिन पायलट का नाम सामने आने के साथ ही भाजपा से बगावत के सुर थम से गए है। वहीं जो पदाधिकारी जयपुर में इस्तीफे सौंप कर आए थे वो अब किसी भी स्तर पर राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने से कतराने लगे है। वहीं इनकी प्रत्याशी तय करने के लिए होने वाली बैठक भी अब तक नहीं हो पाई है। भाजपा प्रत्याशी द्वारा नामांकन दाखिल करने के दौरान भी उक्त पदाधिकारी नजर नहीं आए है।