खनन से पहाड़ी पर करीब 50-50 फीट की खाइयां बन चुकी है। एसडीओ समेत टीम को आते देखकर खनन व ब्लास्टिंग में लगे करीब दर्जन भर ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक मौके से भाग छूटे। इस पर टीम में शामिल खनिज व वनकर्मियों ने खनन में प्रयुक्त होने वाली तगारी, फावड़ें, फ्यूज आदि जब्त किए।
उपखण्ड अधिकारी जाट ने अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए मौका स्थल पर वन विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त चौकी खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने खनन, परिवहन, पुलिस, वन, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ 24 घंटे में कभी भी आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्णय किया गया।
पुरानी टोंक व सदर थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे खनन व विस्फोट करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने वन विभाग की भूमि पर अवैध खनन करने वालों व दीवार तोडकऱ रास्ता बनाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने को कहा। निरीक्षण टीम में जिला परिवहन अधिकारी रामकृष्ण चौधरी, सहायक खनिज अभियन्ता पूरणमल, सदर थाना प्रभारी नरेन्द्र जैन, जितेन्द्र सिंह शेखावत आदि शामिल थे।
अतिक्रमण हटवाकर सफाई अभियान चलाया टोंक. डारडाहिन्द में एसडीओ की मौजूदगी में मार्गों में अतिक्रमण हटवाकर सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान जेसीबी की मदद से मार्गों को चौड़ा कर सफाई की गई। कारवाई के बीच विरोध कर रहे लोगों को एसडीओ ने समझाकर शांत किया।
इससे पहले एसडीओ प्रभातीलाल जाट ने ग्रामीणों को घर-आंगन की सफाई के लिए जागरूक किया। उन्होंने ग्रामीणों को स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करने, प्रत्येक घर में शौचालय बनवाकर ओडीएफ में सहयोग देने को कहा।
उन्होंने कहा कि जिनके घरों में शौचालय नहीं होगा उन्हें सरकारी योजनाओं से वंचित किया जाएगा। इस मौके पर सरपंच गणेश बारेठ, सचिव प्रहलाद चौधरी, श्योजीलाल, भैरूंलाल समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।