उन्होंने कहा कि अजमेर-सवाईमाधोपुर रेल परियोजना की लम्बे समय से मांग थी, जिसे मोदी ने स्वीकृत कर दिया तथा अब इस पर काम भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे का 150 किमी क्षेत्र टोंक-सवाईमाधोपुर क्षेत्र में शामिल है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों का सुगम आवागमन संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी मोदी 140 करोड़ देशवासियों की सेवा में लगे हुए थे। उस वक्त तत्कालीन राजस्थान की कांग्रेस सरकार मिड-डे मील के घोटालों में लगी हुई थी। शर्मा ने आगे कहा कि मिड-डे मील घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने ईआरसीपी को केवल लटकाने, अटकाने और भटकाने का काम किया है जबकि मोदी ने इस परियोजना का क्रियान्वयन कराया। इस परियोजना से टोंक- सवाईमाधोपुर-दौसा सहित पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों में पेयजल तथा दो लाख 80 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो पाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा ‘सरकार के गठन के 90 दिनों में ही संकल्प पत्र में किए गए 45 प्रतिशत वादे हमने पूरे किए हैं। हमने किसान सम्मान निधि की राशि छह हजार से बढ़ाकर आठ हजार, गेंहू की एमएसपी 125 रुपए बढ़ाक र 2400 रुपए प्रति क्विंटल, सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी जैसे निर्णय जनहित में लिए हैं।’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की दरों में विसंगति को दूर किया गया, साथ ही पेट्रोल की दरों में 3.50 से 7.50 रुपए तथा डीजल की दरों में 3.50 से 6.50 रुपए तक कमी की गई। संकल्प पत्र में किए गए प्रत्येक वादे को हमारी सरकार पूरा करेगी। शर्मा ने दावा करते हुए कहा कि गत 19 अप्रेल को हुए लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण की राज्य की 12 लोकसभा सीटें भाजपा जीतेगी तथा अब 26 अप्रेलल को द्वितीय चरण में राज्य की शेष 13 सीटों पर भी भाजपा ही विजयी होगी। उन्होंने कहा कि उन्ळें पूरा भरोसा है कि आगामी चार जून के परिणाम में राज्य की सभी 25 सीटों पर कमल का फूल खिलेगा। उन्होंने टोंक जिले में भाजपा प्रत्याशी जौनपुरिया को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाने की अपील की।