निरीक्षण के दौरान अस्पताल का रखरखाव, स्वच्छता, बायो मेडिकल कचरे का प्रबंधन, संक्रमण रोकने के लिए प्रैक्टिस, साफ पानी-भोजन की उपलब्धता एवं अस्पताल की ओर से रोगियों को दी जाने वाली अन्य सेवाओं का आंकलन किया जाएगा।
निरीक्षण में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना में दवाओं की उपलब्धता, वितरण, दवा पर्चियों की ऑडिट, मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से निर्धारित जांचों की उपलब्धता की जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि टीम ए चाकसू, निवाई, टोंक, छान, देवली, सावर, टीम बी सांगानेर, फागी, सोडा, डिग्गी, मालपुरा के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण करेगी। गुणवत्ता युक्त चिकित्सा सेवा देने वाले राजकीय चिकित्सालयों को 50 हजार से 50 लाख रुपए तक का पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें प्रथम जिला अस्पताल को 50 लाख एवं द्वितीय को 20 लाख की राशि दी जाएगी।
वहीं 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले 10 जिला चिकित्सालय को 3 लाख रुपए का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। इसी प्रकार सर्वोत्तम उपजिला अस्पताल अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 15 लाख, द्वितीय को 10 लाख एवं 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 100 उप जिला अस्पतालों अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को एक-एक लाख का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रत्येक जिले में सबसे अच्छे (प्रथम आने वाले) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 2 लाख का पुरस्कार एवं राज्य में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाली सभी पीएचसी को 50 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक राजकीय चिकित्सालय का चार बार आंकलन किया जाएगा। अस्पतालों को यह पुरस्कार 26 जनवरी को दिए जाएंगे।