बालिकाओं ने बताया कि वो देर रात तक पढ़ कर समय के नुकसान की भरपाई और क्षतिपूर्ति करने की कोशिश कर रही है।
परीक्षा पर कटाई भारी पड़ रही है। बोर्ड परीक्षाएं चलने के बावजूद विद्यार्थी भी खेतों से फसल बटोरने को मजबूर हो रहे हैं। नयागांव गोठड़ा की गीता गुर्जर ने बताया कि उसने स्नातक स्तर की पढ़ाई करने के बाद बी. एड़. भी कर ली है। वर्तमान मे वो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है।
परिवार में सदस्यों की संख्या कम से उसे गेहूं की कटाई में हाथ बटाना पड़ रहा है। इससे उसकी पढ़ाई बाधित होने से चिन्ता सता रही है। हालांकि उसके परिवारजन ने नवाचार और आधुनिक खेती की उसकी सलाह पर अमल कर अच्छा उत्पादन लेने की पहल भी की है।
गिरते भूजल स्तर और बारिश की कमी से अधिकांश खेत पड़त पड़े है। किसान को परिवार का पेट पालने की चिन्ता सता रही है। गिने-चुने खेत मे खड़ी और पकी फसल को बचाने और बटोरने मे हर कोई जुटा है।
बालिकाओं ने बताया कि वो देर रात तक पढ़ कर समय के नुकसान की भरपाई और क्षतिपूर्ति करने की कोशिश कर रही है।
चांदसिंहपुरा पंचायत मुख्यालय की कई बोर्ड परीक्षार्थी भी लावणी मे अपने परिवार का हाथ बंटा रही है। माया, कमलेशी, बसन्ती, किस्मत, सीता, मनीषा, सीमा आदि बालिकाओं ने बताया कि वो देर रात तक पढ़ कर समय के नुकसान की भरपाई और क्षतिपूर्ति करने की कोशिश कर रही है।