ग्रामीणों की ओर से निगम अभियंताओं के खिलाफ दी प्राथमिकी पर एक माह में भी कार्रवाई नहीं होने से पुलिस की कार्य शैली पर ही सवाल उठने लगे है।
read more:वेतन के इंतजार में गुजर गया आधा साल, कर्मचारी भुगत रहे आर्थिक तंगी वहीं पुलिस की अधुरी जांच के चलते निगम से सहायता राशि नहीं मिलने पर गंभीर रूप से झुलसी दम्पती आर्थिक तंगी के चलते उपचार कराए बिना शनिवार को जयपुर अस्पताल से गांव लौट आए।
अब यहां बिना उपचार के दोनों पीड़ा से कहरा रहे है, लेकिन सहायता करने वाला कोई नहीं है। करंट से झुलसे दम्पती चांदसिंहपुरा निवासी परमेश्वर व पत्नी गुड्डी बैरवा है।
read more:video: राजमहल में गायों के साथ फिर किया हिंसा का प्रयास, जाग होने पर भागे समाजकंटक गौरतलब है कि बैरवा बस्ती के पास से गुजर रहे हाइटेंशन लाइन का तार टूट कर ट्रासंफार्मर पर गिर गया था। ट्रांसफार्मर से हाई वोल्टेज प्रवाहित होने पर मकानों में लगे उपकरण एक-एक कर फूकने लगे।
मकानों में सो रहे ग्रामीणों ने दरवाजे खोल बाहर निकलने का प्रयास किसी भी वस्तु के सम्पर्क में आने पर झुलस गए। करंट से झुलसने से बैरवा बस्ती चांदसिंहपुरा निवासी सूरजमल बैरवा, परमेश्वर बैरवा उसकी पत्नी गुड्डी बैरवा सहित द्रोपदी बैरवा, राजवीर बैरवा व रामदेव बैरवा शामिल है इनमें परमेश्वर बैरवा व उसकी पत्नी गुड्डी बैरवा की हालत गंभीर होने पर एसएमएस अस्पताल रैफर किया गया था।
read more:सहायक अभियंता पर बलात्कार का आरोप, पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज नही करने पर एसएचओ को किया सस्पेंड थाने पर किया था प्रदर्शनघटना के दूसरे दिन दर्जनों ग्रामीण ने दूनी थाने पहुंच निगम अभियंताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर प्राथमिकी दी थी। इस पर पुलिस ने अभियंताओं को भी मौके पर बुला लिया। थानाधिकारी ने अभियंताओं को बचाने के लिए मामले को जांच में रखा, जिस पर अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। वहीं ग्रामीणों की ओर से प्राथमिकी लेने के बाद पुलिस व अभियंताओं ने घटना स्थल का मुआयना भी किया था।
दाने-दाने हो हुए मोहताज
करंट से झुलसने के बाद दम्पती को जयपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, उपचार के दौरान चिकित्सकों ने परमेश्वर का एक पैर काटना पड़ा तो गुड्डी के हाथ, गर्दन सहित अन्य शरीर के अंगों के झुलसने से हालत गंभीर बनी हुई है।
दोनों अपाहिज हो उठ रहे दर्द को झेलने पर मजबूर हो रहे है। परिजनों व साहूकारों से हजारों रुपए उधारी लेकर करीब सत्ताइश दिनों तक उपचार कराया, रुपए समाप्त होने पर पूर्ण उपचार कराए बिना परिजन दोनों गंभीर हालत में ही गांव चांदसिंहपुरा ले आए।
निगम ने मान ली थी गलती
करंट दौडऩे पर ग्रामीणों ने घाड़ ग्रिड स्टेशन लाइनमैन से सम्पर्क करने का प्रयास किया। मोबाइल रिसीव नहीं होने पर कनिष्ठ अभियंता से बात करने का प्रयास किया। करीब आधे घंटे बाद देवली सहायक अभियंता से सम्पर्क होने पर उन्होंने आपूर्ति बंद करवाई थी, जब तक करंट दौड़ता रहा। घटना के दूसरे दिन निगम ने गलती मानते हुए घाड़ ग्रिड स्टेशन के संवेदक के कार्मिक राजूलाल को हटाया था।
गंभीर घायल परमेश्वर एवं अन्य झुलसे लोगों के बयान लिए जा चुके है। परमेश्वर की पत्नी गुड्डी के अभी बयान नहीं हो पाए है। इसके चलते अभी मामला दर्ज नहीं हो पाया है।
नरेश कंवर, थानाधिकारी, दूनी