इस मौके मुख्य अतिथि रंजन ने कहा कि प्रशिक्षित नए उपनिरीक्षकों को ड्यूटी अवधि में विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। नक्सलवाद, आतंकवाद व राष्ट्रीय सुरक्षा सहित चुनौतियां आएगी। ऐसे में आरटीसी से मिले बुनियादी प्रशिक्षण का उन्हें हर कदम-कदम पर लाभ मिलेगा।
उन्होंने कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले को आतंकवादियों की कायराना हरकत बताया तथा उन्हें समय पर मुंह तोड़ जवाब देने की बात कही। बल के प्राचार्य व डीआईजी सरोजकान्त मल्लिक ने प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना पर प्रकाश डाला तथा कहा कि अब तक केन्द्र से ६० हजार से अधिक जवानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अलावा नेपाल व श्रीलंका पुलिस को भी प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पासआउट हो रहे ४५० उपनिरीक्षक २१ राज्यों से जुड़े है, जिन्हें ५२ सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण के दौरान आईपीसी, सीआरपीसी, लॉ इन ऑर्डर, आंतरिक सुरक्षा, मेजर व माइनर एक्ट, मानव अधिकारों का ज्ञानदिया गया। इस दौरान डीआईजी मल्लिक ने उपनिरीक्षकों को देशसेवा, कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी से ड्यूटी करने की शपथ दिलाई। वहीं डीआईजी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया।
हैरतअंगेज कार्यक्रमों का प्रदर्शन: इस दौरान पास आउट उपनिरीक्षकों ने विभिन्न साहसिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। उपनिरीक्षकों ने विभिन्न योगाभ्यास का प्रदर्शन किया। इसके अलावा मलखम्भ, केरल का मार्शल आर्ट(कलेरी), हथियारों का प्रदर्शन, आग के गोले से निकलना, जलती हुई टाइल्स को हाथों के प्रहार से तोडऩा सहित कार्यक्रम प्रदर्शित किए।
इस दौरान मुख्य अतिथि रंजन ने इंडोर बेस्ट में विकास सैनी, आउटडोर बेस्ट में रघुवेन्द्र सिंह, फायरिंग बेस्ट में खिओक सीमा व ऑल राउण्ड बेस्ट में विकास पॉल को अव्वल रहने पर पुरस्कृत किया। वहीं उपनिरीक्षकों के कंधों पर लगे सितारों का अनावरण किया।
समारोह में उपनिरीक्षकों अभिभावक भी उपस्थित थे, जिनकों अपनेे पुत्र के कंधों पर सितारे देखकर खुशी हुई। कई माता-पिता ने अपने लाडले पुत्रों को दुलार भी किया। इस बीच राजमहल निवासी व सीआरपीएफ के शहीद एएसआई मिश्रीलाल मीना की पत्नी बच्ची देवी को सम्मानित किया। इस दौरान समारोह में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर कश्मीर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजंली दी।
समारोह में ये थे मौजूद: समारोह में सीआईएसएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(हैडक्वार्टर)आलोक पतेरिया, महानिरीक्षक सुधांशु कुमार, उपखण्ड अधिकारी रवि कुमार वर्मा, आरएएस अधिकारी मनोज कुमार, छठीं बटालियन कमाण्डेंट सुरेश चन्द्र, नवीं के मनमोहन कुमार, वरिष्ठ कमाण्डेंट डॉ. भूपेन्द्र सिंह, उपकमाण्डेंट नवीन कुमार, डॉ. राहुल जिन्दल, डॉ. गुरमीत सेठी, डॉ. राजकुमार गुप्ता, सहायक कमाण्डेंट अनिल कुमार सिंह, एएस. शरण, आरएल. मीणा, हनुमान सिंह, एच. बीएल. मीणा, पालिका उपाध्यक्ष जितेन्द्र चौधरी आदि उपस्थित थे।