यह बोले शिक्षक
काउंसलिंग में आई शिक्षक पूनम गुप्ता ने बताया कि शिक्षा विभाग के द्वारा जो सूची चस्पा की गई। उसमें निवाड़ी के 8 स्थान दिखाई दे रहे। जबकि निवाड़ी के पद नहीं खोले गए। प्राइमरी माध्यमिक विद्यालयों की खाली स्थानों की सूची भी नहीं डाली गई। जिले की सूची अपडेट नहीं है, अभी बीच में 2 घंटे के लिए काउंसलिंग बंद कर दी थी। दोपहर 12 बजे से काउंसलिंग चालू की और चहेतों को स्कूल दिए जा रहे हैं। राकेश सेन शिक्षक ने बताया कि उसका चयन प्राथमिक शाला नैंगुवा के लिए हो गया था। लेकिन उसको नैगुआ पदस्थ नहीं किया जा रहा है। जबकि 3 पद खाली हैं। उसके पूर्व में 2 महिला शिक्षकों ममता नायक, अंजू नामदेव को वहां पदस्थ कर दिया गया। वहीं मुरैना जिले से स्थानांतरित होकर आए नर्मदा राय का ओरछा संकुल के तहत स्थानांतरित हुआ था। काउंसलिंग में बताया जा रहा कि वहां पद खाली नहीं है। शिक्षिका रीना यादव ने बताया कि मानपुरा से ओरछा संकुल महाराजपुरा के लिए स्थानांतरित किया गया था। लेकिन काउंसिलिंग में ओरछा पदस्थ ना किया जाकर अन्य स्थान पर पदस्थ किया जा रहा है।
ज्वाइनिंग के पूर्व ही करा दी काउंसलिंग
जिला शिक्षा अधिकारी ने खाली पदों पर स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों की शनिवार को विद्यालयों पर ज्वाइनिंग करने की अंतिम तिथि थी। जो 24 अगस्त शाम 5 बजे तक विद्यालयों में ज्वाइनिंग देना थी। इसके पूर्व ही शनिवार को ही शिक्षकों की काउंसलिंग करा ली। जिसमें भ्रष्टाचार होने का भी आरोप लगाए जा रहे हैं। कलेक्टर से एवं प्रभाव प्रभारी मंत्री से शिक्षक शिक्षिकाओं ने काउंसलिंग की जांच कराए जाने की मांग की है।
62 प्राइमरी के शिक्षकों का 11 माध्यमिक और चार हेडमास्टर की काउंसलिंग होना थी। नियम और रोस्टर के अनुसार ही काउंसलिंग की जा रही है।
उदित नारायण मिश्रा, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी, निवाड़ी
अभी मैं सागर मीटिंग में हूं। शिक्षकों की काउंसलिंग में रोस्टर का पालन नहीं किया जा रहा तो उसकी जांच करवाई जाएगी और आकर देखता हूं।
अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर निवाड़ी