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टीकमगढ़

24 घंटे में ही रेत माफियाओं के कारनामें को भूला प्रशासन, जुटा रूटीन के कामों में

घटना के बाद क्षेत्र में रेत का परिवहन तो कहीं नहीं हुआ, लेकिन प्रशासन भी मौन साध कर बैठ गया।

टीकमगढ़Aug 25, 2019 / 11:23 am

anil rawat

Sand mafia

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टीकमगढ़. दो दिन पूर्व रेत माफियाओं द्वारा होमगार्ड जवान की हत्या का प्रयास किया गया था। इतनी बड़ी घटना के बाद प्रशासन महज 24 घंटे भी इसे याद नहीं रख सका। हालांकि घटना के बाद क्षेत्र में रेत का परिवहन तो कहीं नहीं हुआ, लेकिन प्रशासन भी मौन साध कर बैठ गया।


विदित हो कि शुक्रवार को पृथ्वीपुर एसडीएम कुशल सिंह गौतम को रेत के अवैध परिवहन की सूचना होने पर उन्होंने रेत से भरे जा रहे अवैध ट्रैक्टरों को पकड़ा था। एसडीएम द्वारा जेरौन रोड़ से पकड़े गए एक ट्रैक्टर को जब होमगार्ड जवान केके कुशवाहा के साथ थाने भेजा जा रहा था, तो ट्रैक्टर चालक बसंता पुत्र भदई अहिरवार 40 वर्ष तेज गति से ट्रैक्टर चलाकर उसे पलटा दिया था। इस घटना में होमगार्ड जवान ट्राली के नीचे दब गया था। वह तो कुशल रहा कि जवान के ऊपर केवल रेत गिरी। यदि वह ट्राली से दब जाता तो घटना बड़ी हो सकती थी। इस मामले में पुलिस ने ट्रैक्टर चालक बसंता के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था।


नहीं हुई कारवाई: रेत माफियाओं द्वारा इतनी बड़ी घटना करने के बाद प्रशासन को चाहिए था कि वह ऐसे गौरखधंधे को बंद कराएं एवं जानकारी करें कि इस काम में कौन-कौन शामिल हैं। किसकी शह पर रेत माफिया इस कदर बेखौफ होकर काम कर रहे हैं। शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद लोगों को भी लगा था कि अब प्रशासन इस कारोबार के खिलाफ सख्ती दिखाएंगा। लेकिन कोई का कारवाई नहीं हुई। प्रशासन चाहता तो क्षेत्र में चल रहे रेत के अवैध भंडारनों पर छापमारी कर उसे जब्त कर सकता था।

 

यहां हो रहा था खनन: पिछले एक माह से जारी बारिश के कारण नदियों में पानी आने से वर्तमान में बड़ी खदानों से रेत का अवैध खनन बंद बना हुआ हैं। इसके पूर्व तक जिले के पलेरा की करौला, टौरिया, खेरा, गौना, कछौरा, बखतपुरा, सैपुरा, मैंदवारा, उपरारा, महेबा, टौरिया, लार, रामगढ़ एवं टांनगा सहित अनेक क्षेत्रों से रेत का अवैध खनन किया जा रहा था। विदित हो कि निवाड़ी जिले में भी माफियाओं द्वारा बेतवा नदी में पनडुब्बी के सहारे रेत निकाली जा रही हैं। विदित हो कि जिले में स्वीकृत सभी रेत खदानें ठेकेदारों द्वारा सरेंडर कर दिया गया हैं, इसके बाद भी इन खदानों से रेत का खनन किया जा रहा हैं।


बंद रहे रेत के वाहन: शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद प्रशासन की कारवाई के भय रेत कारोबारियों में दिखा और कहीं से भी रेत के वाहनों की आवाजाही नहीं दिखाई दी। विदित हो कि क्षेत्र में महेबा, चौमो, चिटका एवं बछौड़ा से खनन कर रेत लाई जाती हैं। शनिवार को इन गांवों से रेत के एक भी वाहन नगर में नहीं पहुंचे।


एसडीएम कुशल सिंह गौतम से सीधी बात
पत्रिका: घटना के संबंध में कोई जांच कराई जा रही हैं, क्या?
एसडीएम: इस मामले में ट्रैक्टर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। उसे गिरफ्तार भी किया गया हैं। पुलिस जांच कर रही हैं।
पत्रिका: क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन को लेकर आज कोई जांच या कारवाई हुई हैं?
एसडीएम: आज तो काम बंद चल रहा हैं। वह लोग रेत उठाकर लाते थे, वह अभी बंद हैं।
पत्रिका: इस संबंध में कारवाई को लेकर कोई निर्देश जारी किए हैं?
एसडीएम: हां इस संबंध में सभी पटवारी, तहसीलदार, को निर्देशित किया हैं, जहां भी अवैध खनन किया जा रहा हैं, वहां कारवाई की जाए। जरूरत पड़े तो पुलिस के सहयोग से कारवाई कर इसे बंद किया जाए।
पत्रिका: इतनी बड़ी घटना के बाद, कारोवारियों पर नियंत्रण करने आज कोई कारवाई क्यों नहीं की गई?
एसडीएम: नहीं आज भी मैं इन स्थानों पर गया था। लेकिन घटना के बाद से यह अलर्ट हो गए हैं और कोई मिला नहीं। यह अभियान सतत जारी रहेगा।

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