सामान्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक मोर्चा के लोगों का कहना था कि उच्चतम न्यायालय के फैसले को पलट कर कई नए जनविरोधी और संविधान विरोधी प्रावधानों को भी शामिल कर दिया है । जिसके अंतर्गत मुकदमे में गिरफ्तारी के पूर्व किसी भी प्रकार की जांच की आवश्यकता नहीं होगी जो साक्ष्य के नियम का उल्लघ्ंन है ।
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि आरक्षण जातिगत आधार पर ना दिया जाए जिससे समाज एवं देश को क्षति हो सकती है । इसके पूर्व युवाओं के द्वारा टैक्सी स्टैंड से एससीएसटीएक्ट और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ वीरेंद्र खटीक के द्वारा सामान्य वर्ग को रोहिंग्या की संज्ञा देने से नाराज युवकों ने शव यात्रा मुख्य बाजार से निकाली।
दिनेश यादव ,राकेश गुप्ता ,हिमांशु पटैरिया ,मुकेश तिवारी ,रोहित ठाकुर ,संदीप दुबे ,रमजान खान ,ज्योति प्रकाश पाठक ,मुकेश दुबे ,आशू पाठक ,संजू रैकवार ,श्रीराम बलवीर दांगी ,मुकेश दुबे ,अभिषेक चतुर्वेदी ,जयप्रकाश चतुर्वेदी ,जितेंद्र दुबे ,संजू केवट,हरदयाल सिंह ,रोहित ठाकुर क,पूर सिंह ठाकुर , मुकेश तिवारी सहित युवक मौजूद रहे।