जिले के कई गांव ऐसे है, जिनकी थाने और चौकियों से की दूरी बहुत अधिक है। ऐसे में न केवल आमजन को बल्कि पुलिस को भी यहां पर काम करने में असुविधा होती है। ऐसे कई गांव है जिनके लोग इसके लिए कई बार आवेदन भी कर चुके है कि उनके गांव का थाना अथवा चौकी क्षेत्र बदला जाए। अब प्रदेश सरकार ने इसके लिए आदेश जारी किए है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी थाना और चौकी क्षेत्रों का फिर से परिसीमन करने के निर्देश दिए है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय से निर्देश दिए गए है। इन निर्देशों पर एसपी रोहित काशवानी ने जिले के थाना-चौकियों का परिसीमन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनके द्वारा सभी थाना-चौकी क्षेत्रों के ऐसे गांव से प्रस्ताव मांगे गए है।
7 जनवरी तक देने होंगे आवेदन
एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि थाना-चौकी क्षेत्र में स्थानीय आबादी, भौतिक संरचना बढ़ने, सड़कों का निर्माण होने तथा अपराधों के परिदृश्य में काफी बदलाव होने के बाद भी लंबे समय से इनकी सीमाओं का पुर्ननिर्धारण नहीं किया गया है। थाना-चौकी क्षेत्र में कई गांव एवं कस्बे, जो लगते किसी थाना क्षेत्र में हैं किंतु वह दूसरे थाना-चौकी से नजदीक है। ऐसे में यदि इन गांवों को उनके नजदीकी थाना-चौकी में जोड़ दिया जाए तो आम जनता को यहां पहुंचने में सुविधा रहेगी साथ ही पुलिस को भी मूवमेंट करने में आसानी होगी। ऐसे में इसके लिए आमजन एवं जनप्रतिनिधियों से 7 जनवरी तक इसके लिए आवेदन मंगाए गए है। लोग अपने सुझाव एवं प्रस्ताव पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जमा करने के साथ ही यहां पर जारी किए गए नंबर 7049129319 पर दे सकते है। जिससे पुलिस को इस कार्य में सुविधा हो।
समिति करेगी निराकरण
एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि 7 जनवरी तक आने वाले आवेदनों की जांच की जाएगी। वहीं पुलिस स्तर से भी ऐसे गांव एवं थाना चौकियों की पड़ताल की जा रही है। इन सभी आवेदनों की जांच के बाद इन पर कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना था कि इसके लिए कलक्टर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। यह समिति अपना अंतिम निर्णय लेगी और उसके बाद थाना एवं चौकी क्षेत्रों की सीमाओं में जो भी परिर्वतन होगा उसका गजट-नोटिफिकेशन कराया जाएगा। विदित हो कि जिले में 14 थाने और 9 चौकियां है।
ऐसे गांव को मिलेगी सुविधा
विदित हो कि ग्राम पंचायत पनयाराखेरा मजना चौकी में आता है। पनयाराखेरा गांव मजना से जहां 8 किमी के लगभग है, तो इसका थाना बल्देवगढ़ 30 से 32 किमी पड़ता है, जबकि यह पंचायत देहता थाने से लगभग 12 से 13 किमी दूर है। ऐसे में यहां के लोग लंबे समय से मांग कर रहे है कि मजना चौकी को देहात थाने के अंतर्गत किया जाना चाहिए। ऐसी ही समस्याएं अन्य गांवों की भी है। ऐसी स्थिति में न केवल आमजन को बल्कि पुलिस को भी परेशानियां आती है।