साइबर सेल की मदद से खुला राज
एसपी सुजानिया ने बताया कि कोतवाली पुलिस के पास मामला आने के बाद उन्होंने थाना प्रभारी एमके जगेत को निर्देश दिए और एक टीम का गठन किया। साइबर सेल की मदद से सूदनलाल रजक के पास आए फोन नंबर को ट्रेस कर, लगातार उसका पता किया गया। इसके पुलिस ने इस मामले में जेरौन थाने के ग्राम मातयाना खिरक निवासी राजेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में उसके सहयोगी आरोपी अनिल राय निवासी ग्राम मरगुवां थाना लिधौरा को भी घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ के बाद इन आरोपियों ने
पूरा राज खोल दिया।
ऐसे करते थे ठगी
यह लोग क्योस्क के माध्यम से दूसरे लोगों के नाम पर खाता खुलवाते थे। इसके बाद जब कोई इनकी ठगी का शिकार होता था तो दूसरे के नाम पर खुलवाए गए खातों में रुपए डलवाते थे। इस मामले के खुलासे में एसआई अनफासुल हसन, साइवर सेल के एसआई मयंक नगाइच, आरक्षक कैलाश, अर्पित सेन, मुस्ते हसन, रहमान खान, मुकेश राजगिर का योगदान रहा।