जिले के बल्देवगढ़,चंदेरा,मोहनगढ़ के साथ ही पृथ्वीपुर के कई गावो में हालात विकराल होने लगे है। ऐसा ही हाल दो हजार की आबादी वाले बल्देवगढ़ के गांव कन्नपुर का है जहां ग्रामवासियों के सामने पेयजल समस्या विकराल बनी हुई है।
दूर से लाना पड़ रहा पानी
ग्रामीणों का कहना है कि इस भीषण गर्मी में लोगों दूर से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। पानी की समस्या पर सरपंच एव अधिकारी से शिकायत भी की गई है लेकिन कोई हल नहीं निकला है।
बूंद बूंद पानी को तरस रहे लोग
चंदेरा ग्राम में नल जल योजना संचालित है जिसका कोई खास लाभ ग्राम वासियों को नहीं मिल पा रहा ह। जब नल जल योजना से बनाई गई टंकी में जल का स्तर बढ़ जाता है तो यह ओवरफ्लो होने से वार्ड क्रमांक 11 की महिलाएं तपती धूप में पानी भरती देखी जाती हैं। वहीं कमला बाई एवं प्रीति बाई ने बताया कि ग्राम पंचायत में पानी की टंकियां मात्र शोपीस है, टंकी में नियमित रूप पानी नहीं भरवाया जा रहा है। पिछले 8-9 दिनों से टंकियों में पानी नहीं भर पा रहा है।
ग्राम के 20 वार्ड है जिनकी आबादी लगभग 14000 है किन्तु नल जल योजना का लाभ मात्र वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 11, 21 को ही मिलता है। वहीं कई इलाकों में नलों में 24 घंटे में एक बार पानी आ रहा है। ग्रामवासी पानी की पूर्ति के लिए टैंकरों का सहारा ले रहे हैं। वार्डों में सुबह से लेकर रात तक लोग पानी के लिए भटकते हैं।
कूपों ने अभी से छोड़ा साथ
ग्राम में जल समस्या के निदान का कोई उपाय नजर नहीं आता। कुएं और हैंडपम्प के अलावा अन्य जलस्रोत शोपीस बनकर रह गए हैं जनमे पानी के स्थान पर मिट्टी दिखाई देती है। स्थिति यह है कि 250 और 380 फीट गहरे बोर ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
ग्राम की आदिवासी बस्ती एवं रंगयाना मुहल्ला में कुल मिलाकर पांच हैंडपम्प हैं जिनमें से चार खराब पड़े हैं या फिर उनमें से पानी नहीं निकल रहा। ऐसे में आदिवासी महिलाएं दो किलोमीटर दूर खेत पर लगे ट्यूबवेल से 100 रुपए महीने के हिसाब से पानी भर कर लाते हैं। महिलाओं ने बताया कि दोनों बस्तियों के रहवासी कई बार अधिकारियों से शिकायत कर समस्या बताई लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
इनका कहना है
ग्राम में जलसंकट से निपटने के लिए टंकियां रखवाई गई हैं। मेरे द्वारा सरपंच सचिव को निर्देशित भी किया गया है कि पानी की टंकियां नियमित रूप से दिन में तीन बार भरवाए। अगर लापरवाही हो रही है तो दिखवाता हूं।
शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, जनपद पंचायत सीईओ, जतारा