एंडरसन को यह मैच जीतने में चार घंटे 13 मिनट तक पसीना बहाना पड़ा। 32 वर्षीय एंडरसन इस चैंपियनशिप में फेडरर के खिलाफ सर्विस गेम के बाद सेट जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं।2013 में सर्जेई स्टाखोवस्की के खिलाफ दूसरे दौर में सनसनीखेज हार के बाद यह विंबलडन में फेडरर का यह अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा । ग्रैंड स्लैम में यह दूसरा मौका है जब फेडरर का आखिरी सेट इतना लंबा खिंचा। इससे पहले 2009 में विंबलडन के फाइनल में एंडी रोड्रिक के खिलाफ सेट 16-14 तक चला था हालांकि इसमें फेडरर जीतने में सफल रहे थे।
पहले सेट में एंडरसन फेडरर के खेल के समीप भी नहीं थे, लेकिन दूसरे सेट से उन्होंने जबरदस्त सुधार करते हुए फेडरर को काफी भगाया। फेडरर हालांकि दूसरे सेट जीतन में भी कामयाब रहे। बीस बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन फेडरर ने पहले दो सेट जीतकर विंबलडन में लगातार 34 सेट जीतने के अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी भी की जो उन्होंने 2005 और 2006 के दौरान बनाया था।
तीसरे सेट में फेडरर मात खा गए और यह सेट एंडरसन की वापसी का गवाह बना। यहां से बाकी के दोनों सेट जीत एंडरसन ने फेडरर के नौवें विबंलडन खिताब जीतने के सपने को तोड़ दिया। फेडरर से तेज सर्विस करने वाले एंडरसन ने इस मैच में 18 ऐस लगाए जबकि फेडरर सिर्फ 16 ऐस ही लगा सके। एंडरसन ने 65 विनर्स लगाए और फेडरर ने 61। सेमीफाइनल में एंडरसन का सामना कनाडा के मिलोस राओनिक और अमेरिका के जॉन इश्नेर के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। तीन बार के चैंपियन नोवाक जोकोविच ने हालांकि सेंटर कोर्ट पर जापान के केई निशिकोरी के खिलाफ जीत के साथ आठवीं बार विंबलडन सेमीफाइनल में जगह बनाई तो वहीं राफेल नडाल भी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।