शनि की साढ़े-साती और राहु का अशुभ असर हटाने के लिए
इसके लिए तिल के तेल का दीपक जलाकर 3 बार बजरंग बाण का पाठ करें। और उड़द की दाल के 21 या 51 बड़े एक धागे में माला बनाकर हनुमानजी को चढ़ाएं। इससे शनि की साढे-साती, ढैय्या और राहु का असर दूर होगा।
इसके लिए तिल के तेल का दीपक जलाकर 3 बार बजरंग बाण का पाठ करें। और उड़द की दाल के 21 या 51 बड़े एक धागे में माला बनाकर हनुमानजी को चढ़ाएं। इससे शनि की साढे-साती, ढैय्या और राहु का असर दूर होगा।
जन्मकुंडली में ग्रह दोष दूर करने के लिए
यदि जन्मकुंडली में कोई भी ग्रह अशुभ है और आपको बुरा असर दे रहा है तो रोज सुबह आटे के दीपक में लाल बत्ती जलाकर बजरंग बाण का पाठ करें। इससे सभी दोष दूर होंगे और आपका सौभाग्य जाग उठेगा।
यदि जन्मकुंडली में कोई भी ग्रह अशुभ है और आपको बुरा असर दे रहा है तो रोज सुबह आटे के दीपक में लाल बत्ती जलाकर बजरंग बाण का पाठ करें। इससे सभी दोष दूर होंगे और आपका सौभाग्य जाग उठेगा।
नौकरी प्राप्ति के लिए
अगर आपकी नौकरी खतरे में है या छूट गई है तो मंगलवार का व्रत रखें और रात को हनुमानजी को सिंदूर मिला चोला चढ़ा कर बजरंग बाण का पाठ करें। मालिक खुद चल कर आपको नौकरी देने आएगा।
अगर आपकी नौकरी खतरे में है या छूट गई है तो मंगलवार का व्रत रखें और रात को हनुमानजी को सिंदूर मिला चोला चढ़ा कर बजरंग बाण का पाठ करें। मालिक खुद चल कर आपको नौकरी देने आएगा।
सर्जरी टालने और बीमारी दूर करने के लिए
जन्मकुंडली में अशुभ मंगल की वजह से खून संबंधी बीमारियां जैसे अल्सर या कैंसर हो जाती हैं। इन्हें दूर करने के लिए हनुमानजी को 21 पान के पत्तों से बनाई गई माला चढ़ाएं तथा राहुकाल (हर दिन डेढ़ घंटे की अवधि में आता है) में हनुमानजी के आगे घी का दीपक जलाकर 5 बार बजरंग बाण का पाठ करें। बीमारियां शांत होंगी।
जन्मकुंडली में अशुभ मंगल की वजह से खून संबंधी बीमारियां जैसे अल्सर या कैंसर हो जाती हैं। इन्हें दूर करने के लिए हनुमानजी को 21 पान के पत्तों से बनाई गई माला चढ़ाएं तथा राहुकाल (हर दिन डेढ़ घंटे की अवधि में आता है) में हनुमानजी के आगे घी का दीपक जलाकर 5 बार बजरंग बाण का पाठ करें। बीमारियां शांत होंगी।
वास्तुदोष दूर करने के लिए
बहुत बार घर में वास्तुदोष हो जाता है जिसके कारण नित नई समस्याएं आती रहती हैं। वास्तुदोष दूर करने के लिए हनुमानजी को लाल झंडा चढ़ाएं तथा उस झंडे को घर के दक्षिण दिशा में छत पर लगा दें। इससे वास्तुदोष दूर होता है और घर में सुख-शांति आती है।
बहुत बार घर में वास्तुदोष हो जाता है जिसके कारण नित नई समस्याएं आती रहती हैं। वास्तुदोष दूर करने के लिए हनुमानजी को लाल झंडा चढ़ाएं तथा उस झंडे को घर के दक्षिण दिशा में छत पर लगा दें। इससे वास्तुदोष दूर होता है और घर में सुख-शांति आती है।
असाध्य रोग दूर करने के लिए
अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा बीमार है और उस पर दवाई काम नहीं कर रही है तो हनुमानजी के आगे बैठ कर 2 बार बजरंग बाण का पाठ करें और संजीवनी पर्वत की रंगोली बना कर उस पर तुलसी के 11 पत्ते चढ़ाएं और बीमार को खिला दें। इससे तुरंत ही दवा असर करने लगेगी और बीमार व्यक्ति जल्दी सही हो जाएगा।
अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा बीमार है और उस पर दवाई काम नहीं कर रही है तो हनुमानजी के आगे बैठ कर 2 बार बजरंग बाण का पाठ करें और संजीवनी पर्वत की रंगोली बना कर उस पर तुलसी के 11 पत्ते चढ़ाएं और बीमार को खिला दें। इससे तुरंत ही दवा असर करने लगेगी और बीमार व्यक्ति जल्दी सही हो जाएगा।