राजस्थान पत्रिका ने 19 अप्रेल को भीड़ के साथ बढ़े मोबाइल-पर्स चोरी के मामले शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। सूत्रों ने बताया कि सूरत रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त राकेश पांडेय ने अपराध रोकने के लिए क्राइम प्रिवेंशन एंड डिटेक्शन टीम बनाई है। इस टीम के सहायक उप निरीक्षक गजेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल संजय पवार, आशीष विरले, सैयद और कांस्टेबल मनोज कुमार रविवार सुबह चार बजे अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस के समय गश्त पर थे।
उन्होंने दो जनों इरफान शेख अमुन शेख (19) और सैयद जफर सैयद यूनुस (23) को संदिग्ध हालत में गिरफ्तार किया। उनके पास अलग-अलग कंपनियों के आठ मोबाइल बरामद हुए। इसके अलावा 25 सौ रुपए नकद मिले। बरामद मोबाइल की कीमत ५६ हजार ५०० रुपए बताई गई है। रेलवे सुरक्षा बल ने मोबाइल तथा दोनों आरोपियों को आगे की कार्रवाई के लिए रेलवे पुलिस को सौंप दिया।
रेलवे पुलिस की एलसीबी ने दोनों के खिलाफ मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज की है। रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक ईश्वर सिंह यादव तथा यात्री सुरक्षा निरीक्षक अनिल कुमार ने थाने में इरफान तथा सैयद से गहन पूछताछ की। दोनों ने शनिवार रात अलग-अलग ट्रेनों में यात्रियों से मोबाइल चुराने की बात कबूल की। अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस के समय भी दोनों मोबाइल चोरी करने आए थे।