क्रिकेट खेलने के दौरान वे मोबाइल पर अश्लील वीडियो भी देख रहे थे। उसी दौरान करीब तीन बजे बच्ची अपने घर के निकट ताड़ के पेड़ के नीचे खेल रही थी। वे वहां पर आए और बहला फुसला कर उसे उसके घर से कुछ दूर झाडिय़ों में ले गए। वहां चारों ने बारी बारी से उसके साथ जबरदस्ती की। उधर बच्ची के लापता होने पर परिजन उसकी खोज बिन में जुट गए थे। पूरे गांव में उसकी खोज चल रही थी। इस बीच शाम को इन्हीं में से दो जनें उसे ले आए और बताया कि वह उन्हें झाडिय़ों में पड़ी हुई मिली थी। परिजनों ने बच्ची को तुंरत अस्पताल पहुंचाया। पीडि़ता की हालत गंभीर थी डॉक्टरों ने तुंरत उपचार शुरू कर ऑपरेशन किया और पन्द्रह टांके लगाए। गहरे सदमे के कारण ऑपरेशन के बच्ची की कुछ भी बोलने की स्थिती में नहीं थी। वहीं इस घटना से पूरे गांव में जबरदस्त आक्रोश को देखते हुए हजीरा पुलिस के साथ एसओजी व पीसीबी की टीमें भी जांच में जुट गई थी।
पुलिस ने पहले बच्ची को ढूंढ कर लाने वाले दोनंो को किशोरों को हिरासत में लिया और उनकी मेडिकल भी करवाया । बाद में उस दिन वहां क्रिकेट खेलने वाले सभी सात लडक़ों को हिरासत में लेकर उनसे अलग अलग तरिकों से पूछताछ की। पुलिस ने घटना के वक्त उनकी सही लॉकेशन की तस्दीक की। पुलिस की लगातार पूछताछ में आखिरकार उन्होंने सोमवार को अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर बालसुधार गृह भेज दिया।