कुछ करने का जुनून है तो कुछ भी मुश्किल नहीं मंदिर में रखे प्रवचन के दौरान प्रसन्न सागर महाराज ने कहा कि मनुष्य को नाम के लिए नहीं बल्कि उद्देश्य प्राप्ति के लिए प्रयत्न करना चाहिए। जिंदगी में कुछ करने का जुनून है तो कुछ भी मुश्किल नहीं है। संतों का वैभव नहीं बल्कि उनके त्याग व आचरण की सीख लेनी चाहिए। धर्म का आशय चित की सरलता, मन की निर्मलता व ह्दय की पवित्रता से है। कोई भी धर्म अहिंसा व सत्य से हटकर नहीं है। सभी महापुरुष सत्य, अहिंसा, परमार्थ और सचाचार की सराहना करते हैं। वर्तमान में भाईचारा, प्रेम और आनंद कम हो गया है, हमारा उद्देश्य धर्म व सद्भावना की अलख जगाना है। प्रवचन के दौरान बड़ी संख्या में उद्योगपति, व्यापारी व समाजसेवी संस्थाओं के लोग उपस्थित रहे।
गुरुवार सवेरे पाश्र्वनाथ जिनालय में मुनि प्रसन्नसागर, मुनि पीयुषसागर व मौन प्रिय एलक ने आहारचर्या के बाद में विहार करते हुए अथाल प्रगृति एरोमा पहुंचे। विहार के दौरान संतों की जय जयकार करते हुए बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। अथाल आगमन पर बड़ी संख्या में जैन धर्मप्रेमियों ने संतों के चरण छुए व आशीर्वाद मांगा। शाम को संतों ने नरोली होते हुए भिलाड़ की ओर प्रस्थान किया।
गुरुवार सवेरे पाश्र्वनाथ जिनालय में मुनि प्रसन्नसागर, मुनि पीयुषसागर व मौन प्रिय एलक ने आहारचर्या के बाद में विहार करते हुए अथाल प्रगृति एरोमा पहुंचे। विहार के दौरान संतों की जय जयकार करते हुए बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। अथाल आगमन पर बड़ी संख्या में जैन धर्मप्रेमियों ने संतों के चरण छुए व आशीर्वाद मांगा। शाम को संतों ने नरोली होते हुए भिलाड़ की ओर प्रस्थान किया।
पुडुचेरी शैक्षणिक प्रवास पर दमण-दीव के 48 छात्र
दमण. दमण-दीव के 48 छात्र एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रोग्राम के अंतर्गत 4 दिनों के पुडुचेरी के शैक्षणिक प्रवास पर हंै। भारत सरकार के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत पिछले माह पुडुचेरी के छात्रों ने दमण-दीव का प्रवास किया था। इसी क्रम में बुधवार को दमण-दीव छात्रों के पुडुचेरी आगमन के पश्चात छात्रों को शिक्षा विभाग द्वारा मूलनाथसामी मंदिर एवं बहोर के मंदिर का भ्रमण कराया गया। इसके बाद छात्रों ने बहोर झील का भ्रमण किया एवं पौधरोपण भी किया। छात्रों को सेलीमेडु सरकारी विद्यालय का भ्रमण भी कराया गया एवं स्थानीय छात्रों द्वारा बनाई गई कला और शिल्प भी दिखाए गए।
दमण. दमण-दीव के 48 छात्र एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रोग्राम के अंतर्गत 4 दिनों के पुडुचेरी के शैक्षणिक प्रवास पर हंै। भारत सरकार के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत पिछले माह पुडुचेरी के छात्रों ने दमण-दीव का प्रवास किया था। इसी क्रम में बुधवार को दमण-दीव छात्रों के पुडुचेरी आगमन के पश्चात छात्रों को शिक्षा विभाग द्वारा मूलनाथसामी मंदिर एवं बहोर के मंदिर का भ्रमण कराया गया। इसके बाद छात्रों ने बहोर झील का भ्रमण किया एवं पौधरोपण भी किया। छात्रों को सेलीमेडु सरकारी विद्यालय का भ्रमण भी कराया गया एवं स्थानीय छात्रों द्वारा बनाई गई कला और शिल्प भी दिखाए गए।