गुजरात में शराबबंदी के बावजूद सडक़ और रेल मार्ग से शराब की बड़ी खेप प्रतिदिन सूरत पहुंचती है। जलगांव-उधना ताप्ती लाइन से आने वाली ट्रेनों में शराब की हेरा-फेरी ज्यादा होती है। ट्रेनों में चलथान, नियोल, उधना और सूरत के आसपास चेन पुलिंग होती है तथा शराब लेकर आने वाले बूटलेगर बीच रास्ते में उतर जाते हैं। कानपुर-वलसाड उद्योगकर्मी एक्सप्रेस में भी शनिवार को चेन पुलिंग हुई थी। ट्रेन बारह मिनट नियोल और उधना के बीच खड़ी रही थी। उधना रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक एन.डी. भुटिया ने ट्रेनों में चेन पुलिंग रोकने के लिए टीम तैयार की और शनिवार शाम उसे नंदुरबार भेज दिया।
टीम में उप निरीक्षक संजय कुमार, हेड कांस्टेबल हरनाथ गुर्जर, राजेन्द्र मराठे, कांस्टेबल सोनू यादव को शामिल किया गया। भुटिया भी टीम के साथ नंदुरबार गए। रविवार तडक़े यह टीम नंदुरबार से उधना तक पेट्रोलिंग के लिए हावड़ा-पोरबंदर एक्सप्रेस में सवार हुई। चलथान से आगे निकलने के कुछ देर बाद नियोल और उधना के बीच करीब 3.56 बजे चेन पुलिंग की गई। रेलवे सुरक्षा बल के जवान सतर्क हो गए। ट्रेन के एसएलआर कोच नं. 16715 से रेलवे किमी नं. 5/1 के पास छह जने उतरे, तभी रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने धाबा बोल दिया और सभी छह जनों को गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों से शराब की बोतलें बरामद हुईं।
रेलवे सुरक्षा बल की टीम इन्हें उधना रेलवे सुरक्षा बल थाने ले आई। पकड़े गए लोगों के नाम साजन सुरेश बावीसकर, प्रवीण बंसीलाल, सतीश भीखा भाई, राहुल नैनीश्वर देवरे, सागर हरीश पटेल और जितेंद्र दिलीप कुमार धवन हैं। इनसे देशी शराब की 1500 और अंग्रेजी शराब की 17 बोतलें बरामद की गईं। इन्हें मुद्दा माल के साथ आगे की कार्रवाई के लिए उधना रेलवे पुलिस को सौंपा गया है। हावड़ा पोरबंदर एक्सप्रेस 4.08 बजे बारह मिनट की देर से रवाना हुई।
ट्रैक और ट्रेन के जवानों ने घेरा सूत्रों ने बताया कि उधना रेलवे सुरक्षा बल की टीम ट्रेन में पेट्रोलिंग पर थी, जबकि चलथान और उधना स्टेशन के बीच संदिग्ध स्थल पर उधना के उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह, एएसआइ लक्ष्मण सिंह, कांस्टेबल विपिन जाट, जितेंद्र सिंह, मनोज मीणा को तैनात किया गया था। हावड़ा-पोरबंदर एक्सप्रेस में रविवार सुबह चेन पुलिंग होते ही रेलवे सुरक्षा बल की दोनों टीम एक्टिव हो गईं और ट्रेन को घेरकर शराब के साथ उतरने वाले छह जनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उद्योगकर्मी के गार्ड का हाथ टूटा सूत्रों ने बताया कि कानपुर-वलसाड उद्योगकर्मी एक्सप्रेस में शनिवार तडक़े चेन पुलिंग हुई थी, जिससे ट्रेन दस-बारह मिनट नियोल और उधना के बीच खड़ी रही थी। इसके गार्ड जी.एल. मीणा डिब्बे से उतर कर पुट राइट करने गए थे, तभी संतुलन बिगडऩे से वह गिरकर घायल हो गए। उनके दाएं हाथ में चोट आई है। उधना आने के बाद गार्ड ने घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने सक्रिय होकर कार्रवाई की।