चालक के पास नकदी का कोई दस्तावेज नहीं टीम ने चालक भावेश महेन्द्र ठक्कर निवासी सांईकृपा सोसायटी विजलपोर को हिरासत में लेकर रुपए के बारे में पूछताछ की। उसने बताया कि सचिन जीआइडीसी क्षेत्र के अलग-अलग जगहों से रुपए लिए थे और यह रकम विजलपोर शहर के उद्योग नगर स्थित सिद्धि विनायक इंटरप्राइज की है। जो इ-पेमेन्ट करने वालों के पास से आता है। हालांकि चालक भावेश के पास इस नकदी का कोई दस्तावेज नहीं था। इसके बाद रुपए जब्त कर ट्रेजरी विभाग मे जमा करवा दिए गए। मामले की जानकारी आयकर विभाग को सूचना दी गई है। आगे की जांच चुनाव खर्च के नोडल अधिकारी करेंगे।