scriptसरकारी स्कूल में छात्र की संदिग्ध मौत पर उठे सवाल | Question on the questionable death of a student in a government school | Patrika News

सरकारी स्कूल में छात्र की संदिग्ध मौत पर उठे सवाल

locationसूरतPublished: Mar 18, 2019 10:05:43 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

परिजनों का स्कूल शिक्षक और संचालकों पर लापरवाही का आरोप

surat photo

सरकारी स्कूल में छात्र की संदिग्ध मौत पर उठे सवाल

बारडोली.

क्षेत्र में नवदुर्गा केलवणी मण्डल की ओर से संचालित जेएम पटेल सार्वजनिक हाइ स्कूल में सोमवार को छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बच्चे की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका। परिजनों ने स्कूल के शिक्षकों और संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार मूलत: मध्य प्रदेश के भिंड निवासी बलवीरसिंह राम भरोसे कुशवाहा (34) पत्नी, पुत्र और पुत्री के साथ बारडोली के हनुमान गली में किराए के मकान में रहते हैं। बलवीर पानी पूरी की लारी लगाता है। पुत्र विशाल सिंह (12) कक्षा-६ में पढ़ता था। वह सोमवार को स्कूल गया तो सुबह 10.20 बजे प्रथम मंजिल पर क्लास रूम में दोस्तों के साथ मस्ती कर रहा था। इसी दौरान अचानक गिरने से वह बेहोश हो गया।
उसे तत्काल सरदार स्मारक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक तौर पर चिकित्सक ने गिरने से छात्र के सिर में चोट लगने से मौत की आशंका व्यक्त की है। हालांकि अभी तक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शव को अस्पताल के कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है।
गांव से विशाल के दादा-दादी के आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि मौत का कोई स्पष्ट कारण पता नहीं चला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी चोट के कोई निशान नहीं है। विसरा को एफएसएल में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।

सीसीटीवी फुटेज में झगड़ते दिखे छात्र

स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में विशाल का अन्य छात्र के साथ झगड़ा होते स्पष्ट दिखाई दे रहा है। झगड़े के दौरान विशाल कक्षा में नीचे गिरता है और खड़े होते समय उसके सिर में टेबल लगने से वापस नीचे गिर जाता है। इसके बाद विशाल बेहोश हो जाता है। सीसीटीवी में स्पष्ट दिखने के बाद भी शिक्षकों की ओर से मिर्गी का दौरा पडऩे की बात कही जा रही है। इसको लेकर स्कूल संचालकों के खिलाफ परिजनों में काफी नाराजगी है।

परिजनों ने कहा, विशाल को नहीं था बीमारी

छात्र की मौत की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे। परिजन पूरे मामले में शिक्षकों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। परिजनों ने कहा कि विशाल को कोई बीमारी नहीं थी। शिक्षकों की लापरवाही से उसकी जान गई। यदि समय पर उसको अस्पताल पहुंचाया जाता तो जान बच जाती।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो