महानगर पालिका संचालित स्मीमेर अस्पताल कुछ दिनों से किसी न किसी कारण से चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। इमरजेंसी विभाग में शनिवार को एक व्यक्ति को मृत घोषित किए जाने के बाद चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया था। अब रेडियोलॉजी विभाग में तीन दिन से कंप्यूटर रेडियोग्राफी एंड डिजिटल रेडियोग्राफी (सीआरडीआर) मशीन बंद है। स्मीमेर अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में प्रतिदिन साढ़े पांच सौ से छह सौ मरीजों के एक्स-रे किए जाते हैं। तीन दिन से मरीजों को एक्स-रे की सुविधा नहीं मिल रही है। परेशान मरीजों को एक्स-रे के लिए मस्कती अस्पताल भेजा जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि एक्स-रे के बाद फिल्म डेवलप करने के लिए सीआरडीआर मशीन का उपयोग होता है।
स्मीमेर अस्पताल में पांच एक्स-रे मशीनें और फिल्म डेवलप करने के लिए दो मशीनें हैं। एक सीआरडीआर मशीन बंद है। कंप्यूटर रेडियोग्राफी चालू है। इमरजेंसी विभाग में आने वाले गंभीर मरीजों की एक्स-रे फिल्म कंप्यूटर रेडियोग्राफी मशीन से डेवलप की जा रही है। चिकित्सकों ने बताया कि एक फिल्म डेवलप करने में १५-२० मिनट लगते हैं।