बड़ी प्रतिमाएं समुद्र में विसर्जित की गईं।
गली-मोहल्लों और मंडपों-सोसायटियों में विराजे गणपति निजधाम रवाना हुए।
बड़ी प्रतिमाओं ने डूमस समुद्र किनारे का रुख किया।
बप्पा को विदा करने के लिए जुलूस की शक्ल में भक्तों का हुजूम समुद्र किनारे पर उतर आया।
समुद्र में विसर्जन की प्रक्रिया आधी रात तक चली।