कार्यक्रम में जिला पंचायत के सीईओ पी.एस.जानी ने कहा कि जलशक्ति और पोषण अभियान को एक जनआंदोलन के रुप में आगे लेकर जाना है और भारत सरकार उस पर महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी सरपंचों को पत्र लिखकर जलसंचय पर कार्य करने को कहा है। अभियान में सभी ग्राम पंचायतों में ग्रामसभा का आयोजन करके लोगों में जागरुकता फैलाई जाएगी। स्कूलों, ग्राम पंचायतों और सरकारी जगहों पर पानी का संचय, रिचार्ज आदि पर कार्य किया जाएगा। इसके साथ पुराने कुआं, बोरवेल आदि को बारिश के पानी से रिचार्ज किया जाएगा। रेनवाटर हार्वेस्टिंग के साथ पौधारोपण किया जाएगा। कार्यक्रम में बीडीओ प्रेमजी मकवाना ने भी ग्रामीण विस्तार में पानी संचय के महत्व को बताया गया। जलसंचय विशेषज्ञ नवीन्द्र पटेल ने बताया कि हमें पानी का महत्व को समझना है और पानी के संचय पर काम करना है ताकि बारिश का पानी समुद्र के साथ मिलकर व्यर्थ नहीं हो। उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग से लेकर अनेक छोटे-छोटे उपाय बताए, जिससे जमीन में पानी का संचय और रिचार्ज कर सकें। पोषण अभियान से जयेश जोशी ने बताया कि आज भी कुपोषण के कारण कई बच्चों की मौत होती है और अनेक बच्चे बीमार रहते हैं। कुपोषण को घर में ही उपलब्ध अनेक खाद्य पदार्थों से दूर किया जा सकता है। इसके साथ भारत सरकार और संघ प्रदेश की पोषण आहार योजना भी है जिसमें प्रतिमाह पोषण आहार मिलता है। पोषण के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि किसी बच्चे की मृत्यु नहीं हो और बालक कमजोर नहीं बनें।