गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन
वापी. डेढ़ दिन के गणपति का शुक्रवार को धूमधाम के साथ विसर्जन किया गया। इस मौके पर दमणगंगा नदी, कोलक में सैकड़ों छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान नदी तटों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे और लोगों को मूर्ति विसर्जन के लिए नदी में किसी को जाने नहीं दिया जा रहा था। दोपहर बाद से गणपति बप्पा की विसर्जन यात्रा शुरू हुई। नाचते गाते श्रद्धालु विसर्जन स्थल तक गणपति बप्पा को लेकर गए। इस बार भी कृत्रिम तालाब दमणगंगा नदी तट पर बनाया गया है। जहां छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विसर्जन के लिए लोगों से मूर्ति लेकर तैराक नदी में ले जाकर प्रवाहित करते रहे। पुलिस और नपा की ओर से इसके लिए सुरक्षा और सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
वापी. डेढ़ दिन के गणपति का शुक्रवार को धूमधाम के साथ विसर्जन किया गया। इस मौके पर दमणगंगा नदी, कोलक में सैकड़ों छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान नदी तटों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे और लोगों को मूर्ति विसर्जन के लिए नदी में किसी को जाने नहीं दिया जा रहा था। दोपहर बाद से गणपति बप्पा की विसर्जन यात्रा शुरू हुई। नाचते गाते श्रद्धालु विसर्जन स्थल तक गणपति बप्पा को लेकर गए। इस बार भी कृत्रिम तालाब दमणगंगा नदी तट पर बनाया गया है। जहां छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विसर्जन के लिए लोगों से मूर्ति लेकर तैराक नदी में ले जाकर प्रवाहित करते रहे। पुलिस और नपा की ओर से इसके लिए सुरक्षा और सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
गणपति कथा से माहौल हुआ गणेशमय
दमण. दमण के पटलारा, लोढ़ा फलिया में गणेशोत्सव की धूम मची है। आदर्श युवक मंडल ने गणपति की भव्य प्रतिमा स्थापित की है। गणेश चतुर्थी से रोजाना सुबह-शाम पूजा-आरती हो रही है। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है। गांव के सभी लोग इसमें सम्मिलित होते हैं। पांच दिनों तक उत्सव का माहौल रहता है। गणेशोत्सव के दौरान बुजुर्ग दंपतियों ने सत्यनारायण की कथा सुनी। 7 जोड़े वेदी पर बैठे और कथा सुनी। पांचवें रोज 17 सितम्बर को धूमधाम से गणपति का विसर्जन होगा। पिछले कई सालों से गांव में सार्वजनिक गणेश महोत्सव मनाया जाता है।
दमण. दमण के पटलारा, लोढ़ा फलिया में गणेशोत्सव की धूम मची है। आदर्श युवक मंडल ने गणपति की भव्य प्रतिमा स्थापित की है। गणेश चतुर्थी से रोजाना सुबह-शाम पूजा-आरती हो रही है। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है। गांव के सभी लोग इसमें सम्मिलित होते हैं। पांच दिनों तक उत्सव का माहौल रहता है। गणेशोत्सव के दौरान बुजुर्ग दंपतियों ने सत्यनारायण की कथा सुनी। 7 जोड़े वेदी पर बैठे और कथा सुनी। पांचवें रोज 17 सितम्बर को धूमधाम से गणपति का विसर्जन होगा। पिछले कई सालों से गांव में सार्वजनिक गणेश महोत्सव मनाया जाता है।
गणेश पंडालों में बालकों के बताए अधिकार
समेकित बाल संरक्षण योजना द्वारा बालकों के लिए गणेश पंडालों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। समेकित बाल संरक्षण योजना के प्रोग्राम मैनेजर संजीव पंड्या ने बताया कि दमण के औद्योगिक विस्तार भीमपोर और दलवाड़ा में अनेक मंडलों ने गणपति विराजमान किए हैं। वहां पहुंचकर बाल अधिकारों एवं बालकों से संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई।
समेकित बाल संरक्षण योजना द्वारा बालकों के लिए गणेश पंडालों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। समेकित बाल संरक्षण योजना के प्रोग्राम मैनेजर संजीव पंड्या ने बताया कि दमण के औद्योगिक विस्तार भीमपोर और दलवाड़ा में अनेक मंडलों ने गणपति विराजमान किए हैं। वहां पहुंचकर बाल अधिकारों एवं बालकों से संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई।