सीआइडी क्राइम, सूरत यूनिट में पांच अभियुक्तों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि हितेश और अनिल फरार हो गए थे। शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण करने पर कोर्ट ने दोनों को सीआइडी क्राइम को सौंप दिया था। शनिवार को पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर दस दिन के रिमांड की मांग की। जांच अधिकारी ने बताया कि दोनों अभियुक्त षडय़ंत्र में 25-25 फीसदी के भागीदार थे। लोगों को आकर्षित करने के लिए दोनों ने एक महिला और एक पुरुष मॉडल बुलाए थे, जिन्हें विदेशी बता कर वह गारनेट कॉइन का प्रचार करते थे। इसके अलावा दोनों ने निवेशकों के रुपयों से लग्जिरियस कारें भी खरीदी थीं। मॉडल कौन थे और उन्हें कितने रुपए दिए गए तथा निवेशकों के रुपयों से खरीदी कारें कहां हैं, इसकी जांच के लिए अभियुक्तों की पुलिस हिरासत को जरूरी बताया गया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों का 25 सितम्बर तक का रिमांड मंजूर कर लिया।
गौरतलब है कि सीआइडी क्राइम थाने में सरथाणा स्वास्तिक टावर निवासी हिरल उर्फ हिरेन धीरू कोराट, आदर्श सोसायटी निवासी रितेश भीखा सोजित्रा, भाविक धीरू कोराट, अनिल बाला गोहिल और हितेश वघासिया के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई थी। आरोप है कि अभियुक्तों ने गारनेट कॉइन के नाम से क्रिप्टो करेंसी लॉन्च की और निवेश के बहाने लोगों से 20 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की।