हालांकि इनमें कुछ महिलाएं अनुपस्थित भी रही। इससे पूर्व १२०० महिलाओं द्वारा एक साथ मेंहदी रचाने का किर्ती मान कुछ समय पूर्व नडियाद में बना था। नडियाद में सूरत के ही ५०० महिलाओं के एक साथ मेंहदी रचाने के किर्तीमान को ध्वस्त किया गया। जिसे शनिवार को फिर सूरत के नाम करवाने का प्रयास किया गया।
ज्ञात हो कि आहिर समाज के २५वें सामुहिक लग्नोत्सव की रजत जयंति के उपलक्ष में पांच हजार महिलाओं द्वारा एक साथ मेंहदी रचा कर यह किर्तीमान फिर से सूरत के नाम करवाने का आयोजन किया गया था। इसके लिए समाज के स्वयंसेवकों ने बड़ी संख्याओं में महिलाओं, युवतियों व स्कूली छात्राओं का संपर्क कर उन्हें कार्यक्रम से जोड़ा गया था। गोडादरा स्थित महालक्ष्मी टैक्सटाइल मार्केट के प्रांगण में विशेष पंडाल का निर्माण किया गया था। महिलाओं को केसरी, हरे एप्रिन तथा सफेद गद्दों पर कुल पांच हजार महिलाओं के बैठने की व्यवस्था की गई थी।
वेनाराम चौहान द्वारा मेंहदी के कोन उपलब्ध करवाए गए। गिनीज बुक के पर्यवेक्षकों की देख रेख में स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम को सम्पन्न करवाया। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर, मेयर समेत अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम की नियमानुसार सभी एंगल से विडियो रिकॉर्डिंग भी की गई है। इस रिपोर्ट को गिनीज बुक को भेजा जायेगा।
५१ विश्व किर्तीमान का लक्ष्य
गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के कसेल्टंट अश्विन सुदाणी ने बताया कि कार्यक्रम में सभी नियमों का ध्यान रखा गया है। जल्द ही हमें गिनीज बुक से नए किर्तीमान की एप्रूवल मिलने की उम्मीद है। ७५ विषयों पर ७५ घंटे ३२ मिनट तक वक्तव्य देने का विश्व किर्तीमान स्थापित करने वाले अश्विन ने बताया कि वह लोगो को प्रोत्साहित करते रहते है। वह ५१ विश्व किर्तीमान सूरत के नाम करवा कर सूरत के विश्व फलक एक अलग पहचान दिलवाना चाहते है।
फैक्ट फाइल
– ५००० महिलाएं जुटी मेंहदी रस्म में
– २५०० महिलाओं ने रचाई मेंहदी
– ७०० स्वयं सेवकों की मदद से हुआ कार्यक्रम
– २५ गिनीज बुक के पर्यवेक्षक मौजूद रहे