अभिभावकों ने अन्य अभिभावकों से भी समर्थन का आग्रह किया
सेवन्थ-डे स्कूल की ओर से अचानक फीस बढ़ा देने से सोमवार को अभिभावकों का आक्रोश फूट पड़ा था। उन्होंने स्कूल परिसर में जमकर विरोध किया। उन्हें शांत करने के लिए स्कूल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी थी। मंगलवार को भी स्कूल खुलते ही बड़ी संख्या में अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने फीस बढ़ाने का फैसला वापस लेने की मांग की, लेकिन स्कूल प्रशासन ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। इससे नाराज अभिभावक स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे। बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। अभिभावक और विद्यार्थी बाद में डीइओ और एफआरसी से शिकायत करने पहुंचे। दोनों की ओर से 10 दिन में मामला सुलझाने का आश्वासन दिया गया तो अभिभावकों का आक्रोश और बढ़ गया। उन्होंने डीइओ और एफआरसी को चार दिन में मामला सुलझाने की चेतावनी दी है। स्कूल प्रशासन पर फीस का निर्णय वापस लेने का दबाव डालने के लिए अभिभावकों ने अन्य अभिभावकों से भी समर्थन का आग्रह किया है। अभिभावकों ने अन्य अभिभावकों और विद्यार्थियों से अपील की है कि कोई स्कूल न जाए। चार दिन में मामला नहीं सुलझने पर अभिभावकों ने स्कूल नहीं खुलने देने की चेतावनी दी है।
सेवन्थ-डे स्कूल की ओर से अचानक फीस बढ़ा देने से सोमवार को अभिभावकों का आक्रोश फूट पड़ा था। उन्होंने स्कूल परिसर में जमकर विरोध किया। उन्हें शांत करने के लिए स्कूल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी थी। मंगलवार को भी स्कूल खुलते ही बड़ी संख्या में अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने फीस बढ़ाने का फैसला वापस लेने की मांग की, लेकिन स्कूल प्रशासन ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। इससे नाराज अभिभावक स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे। बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। अभिभावक और विद्यार्थी बाद में डीइओ और एफआरसी से शिकायत करने पहुंचे। दोनों की ओर से 10 दिन में मामला सुलझाने का आश्वासन दिया गया तो अभिभावकों का आक्रोश और बढ़ गया। उन्होंने डीइओ और एफआरसी को चार दिन में मामला सुलझाने की चेतावनी दी है। स्कूल प्रशासन पर फीस का निर्णय वापस लेने का दबाव डालने के लिए अभिभावकों ने अन्य अभिभावकों से भी समर्थन का आग्रह किया है। अभिभावकों ने अन्य अभिभावकों और विद्यार्थियों से अपील की है कि कोई स्कूल न जाए। चार दिन में मामला नहीं सुलझने पर अभिभावकों ने स्कूल नहीं खुलने देने की चेतावनी दी है।