जीएसटी विभाग की पेट्रोलिंग वैन दिसंबर से शहर में भी आने-जाने वाले वाहनों की जांच करेगी। अभी तक जीएसटी की पेट्रोलिंग वैन सिर्फ हाइवे पर से गुजरने वाले ट्रकों की ही जांच करती थी।
जीएसटी लागू होने को लगभग डेढ़ साल पूरे हो गए हैं। इसके बाद भी कई व्यापारी अभी तक जीएसटी के नियम को नहीं अपना रहे हैं। वह इ-वे बिल बिना ही व्यापार कर रहे हैं। कुछ व्यापारी रिटर्न फाइल करते हैं लेकिन टैक्स नहीं भर रहे ऐसे व्यापारियों के खिलाफ जीएसटी विभाग ने जांच शुरू की है। बिना इ-वे बिल के माल बेचने वाले व्यापारियों को पकडऩे के लिए जीएसटी विभाग ने पिछले दिनों पेट्रोलिंग वैन शुरू की थी। शुरू में स्टेट जीएसटी विभाग ने पेट्रोलिंग वैन शुरू की थी। इसके बाद सेन्ट्रल जीएसटी विभाग ने भी पेट्रोलिंग वैन शुरू की है। दोनों ही टीमों ने अभी तक लगभग 15 करोड़ रुपए से अधिक की जीएसटी चोरी पकड़ी है। स्टेट जीएसटी विभाग ने अब शहर में भी सडक़ों पर से गुजरने वालों ट्रक या मालवाहक वाहनों की जांच करने के लिए पेट्रोलिंग वैन शुरू करने का फैसला किया है। जल्दी ही शहर में भी जीएसटी विभाग की पेट्रोलिंग वैन बिना इ-वे बिल माल ले जाने वालों पर कार्रवाई शुरू करेगी।