पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन में महत्ती भूमिका निभाने वाले पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई को रोकने की दिशा में सराहनीय प्रयास की शुरुआत की जाएगी। इसमें मृत्यु के बाद अग्निदाह संस्कार में लकड़ी के उपयोग के बजाय विद्युत शवदाह गृह पर जोर दिया जाएगा। इस सिलसिले में 20 अक्टूबर को सुबह आठ बजे सिटीलाइट के तेरापंथ भवन में मुनि कमलकुमार समेत अन्य संतवृंद व विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस आशय की जानकारी गुरुवार दोपहर भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में सेवा फाउंडेशन व तेरापंथ महासभा ने संयुक्त रूप से दी। इसमें मुनि कमलकुमार के अलावा सेवा फाउंडेशन के अशोक गोयल, छांयड़ो के भरत शाह, तेरापंथ समाज के राजेश सुराणा, सिंधी समाज के नानकराम आदि ने भी विद्युत शवदाह गृह के फायदे पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के मद्देनजर बताए।