निजी बोरिंग कर पानी निकालने पर मिले दंड में राहत की मांग
सचिन जीआइडीसी में लगभग 20 वर्ष पहले पानी के लिए कई उद्यमियों ने पानी के लिए बोरिंग खोदे थे। यह बात जीआइडीसी को पता चलने पर उन्हें दंड दिया गया। इस दंड में से मुक्ति के लिए उद्यमियों ने जीआइडीसी ओथोरिटी को पत्र लिखा है।
सचिन जीआइडीसी के मयूर गोलवाला ने बताया कि 20 वर्ष पहले जब जीआडीसी में पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, तब कई उद्यमियों ने पानी के लिए बोरिंग कर पानी निकालना शुरू कर दिया था। यह जीआइडीसी के नियम के खिलाफ होने से उन्होंने कई उद्यमियों को दंड दिया था। कुछ वर्षो पूर्व पानी की सुविधाहोने के बाद राज्य सरकार ने उद्यमियों को पानी देना शुरू किया है।
सचिन जीआइडीसी में लगभग 20 वर्ष पहले पानी के लिए कई उद्यमियों ने पानी के लिए बोरिंग खोदे थे। यह बात जीआइडीसी को पता चलने पर उन्हें दंड दिया गया। इस दंड में से मुक्ति के लिए उद्यमियों ने जीआइडीसी ओथोरिटी को पत्र लिखा है।
सचिन जीआइडीसी के मयूर गोलवाला ने बताया कि 20 वर्ष पहले जब जीआडीसी में पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, तब कई उद्यमियों ने पानी के लिए बोरिंग कर पानी निकालना शुरू कर दिया था। यह जीआइडीसी के नियम के खिलाफ होने से उन्होंने कई उद्यमियों को दंड दिया था। कुछ वर्षो पूर्व पानी की सुविधाहोने के बाद राज्य सरकार ने उद्यमियों को पानी देना शुरू किया है।