अहमदाबाद पुलिस की ओर से राजद्रोह के आरोप में अल्पेश कथीरिया को गिरफ्तार करने के बाद अब सूरत पुलिस भी अमरोली थाने में हार्दिक पटेल के खिलाफ दर्ज राजद्रोह मामले में अल्पेश को गिरफ्तार करना चाहती है। पुलिस की ओर से कवायद शुरू करने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए अल्पेश कथीरिया ने अधिवक्ता यशवंत वाला के जरिए सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। सोमवार को याचिका पर सुनवाई हुई। जांच अधिकारी की ओर से शपथ पत्र पेश कर याचिका नामंजूर करने की मांग की गई। जवाब पेश करने के लिए अधिवक्ता यशवंत वाला ने कोर्ट से समय की मांग की। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 4 अक्टूबर का दिन तय कर दिया। गौरतलब है कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान पुलिस के खिलाफ भडक़ाऊ बयान देने को लेकर हार्दिक पटेल के खिलाफ अमरोली थाने में राजद्रोह का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में पुलिस ने इस मामले में विपुल देसाई और चिराग देसाई को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस की ओर से तीनों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश होने के बाद चार्जफ्रेम की कार्रवाई हो चुकी है। पुलिस ने इस मामले में अब अल्पेश कथीरिया को गिरफ्तार करने की कवायद शुरू की है।
क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक अठवा के रूदरपुरा क्षेत्र निवासी आइटीआइ के छात्र के अपहरण और हत्या की वारदात सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी। सोमवार को क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली कि एक महीने पहले रूदरपुरा के सन्नी जोशी नाम के छात्र की हत्या करने वाला अभियुक्त मोराभागल बोटेनिकल गार्डन के पास खड़ा है। पुलिस ने दबिश देकर उसे धर दबोचा। उसने अपना नाम पालनपुर जकातनाका अंबेडकर आवास निवासी केशू उर्फ करण ओड बताया। कड़ी पूछताछ के दौरान उसने कबूल कर लिया कि उसी ने सन्नी जोशी का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि सन्नी की मां फाइनेंसर है। केशू उर्फ करण ने उसकी मां से रुपए उधार लिए थे। वह ब्याज और मूल रकम नहीं चुका रहा था। सन्नी को पता चला कि करण अपना ऑटो बेच रहा है तो उसने उससे ऑटो का सौदा किया और ब्याज के तौर पर 15 हजार रुपए काटने की बात कही। इसी को लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था। 30 अगस्त को करण बातचीत करने के बहाने सन्नी को मोपेड पर भाठागांव की ओर ले गया तथा उसकी हत्या कर फरार हो गया। गौरतलब है कि सन्नी जोशी 30 अगस्त को लापता हो गया था। अठवा थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई गई थी। 31 अगस्त को भाठागांव की सीमा से उसका शव बरामद हुआ था।