काफी देर बाद गांव वालों ने गन्ने के खेत में आग जलाकर हाथियों को भगाया। अधिकांश हाथी वहां से रात करीब 9.30 बजे हट गए। इसके बाद ग्रामीणों ने 3 सदस्यों को किसी तरह बाहर निकाला। जबकि दर्जनभर हाथी घर के आस-पास ही विचरण कर रहे हैं। हाथियों के डर से गांव में अफरा-तफरी का माहौल है।
प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। गुरुवार को बंशीपुर जंगल से निकलकर 52 हाथियों का दल नदी पार करते हुए ग्राम बगड़ा में पहुंचा। यहां स्थित बाजारडांड़ में रात 8 बजे हाथी पहुंच गए। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। सब घरों से निकलकर बाहर आ गए।
इस दौरान यहां स्थित एक किसान के घर को हाथियों ने घेर लिया। इससे किसान सहित उसके परिवार के 6 सदस्य वहीं फंस गए। करीब ़एक घंटे तक किसान व उसका परिवार दहशत में रहा। इस दौरान हाथी वहीं विचरण करते रहे। रात करीब 9.30 बजे ग्रामीणों ने वहां आग जलाई तो अधिकांश हाथी वहां से रजवारीपारा की ओर भाग गए।
इस दौरान किसी तरह ग्रामीणों ने घर से 3 सदस्यों को बाहर निकाल लिया। दर्जनभर हाथियों के किसान के घर के पास ही डटे होने से रात करीब 10.15 बजे तक 3 सदस्य भीतर ही फंसे हैं। हाथियों के दल ने गन्ने व गेहूं की फसल भी चौपट कर दिया है।
वन अमला भी ताकता रहा मुंह
बताया जा रहा है कि हाथियों द्वारा जब किसान के घर को घेरकर रखा गया था तो वन अमला वहां मुंह ताकता रहा। रात तक एक वन कर्मचारी को छोड़कर बाकी लोग अधिकारियों को बुलाने चले गए। इस दौरान गांव के लोग रेस्क्यू में जुटे रहे। फिलहाल हाथियों के गांव में ही डटे होने से ग्रामीणों में दहशत है।