जनपद के कोतवाली नगर क्षेत्र के रामनगर कोट का रहने वाला शीतला प्रसाद सिंह उर्फ राजा बाबू वह नाम था, जिसने कम उम्र में ही जरायम की दुनिया में नाम कमा लिया था। राजा बाबू राजनीति में भी अपना पैर पसार रहा था। जिला पंचायत सदस्य के चुनाव से राजा बाबू राजनीति की शुरुआत कर चुका था। कहा जाता है कि राजा बाबू जिस काम को ठान लेता था, उसे पूरा करके ही छोड़ता था। बीते 19 अगस्त 2018 राजा बाबू के लिए दिन, तारीख का आखिरी दिन था, लेकिन यह अंदेशा शायद राजा बाबू को भी नहीं था। पुलिस की मानें तो बताया जाता है कि 19 अगस्त को राजा बाबू अपने साथियों के साथ कबरी गांव के प्रधान से रंगदारी मांगने गया था। इसको लेकर ग्राम प्रधान व राजा बाबू के बीच काफी कहासुनी हो गई थी। उसी बीच राजा बाबू के साथियों ने फायर झोंक दिया, जिस पर ग्रामीणों ने पीट-पीट कर राजा बाबू को मौत के घाट उतार दिया था। दूसरी तरफ राजा बाबू के परिजनों का आरोप है कि घर पर चल रहे काम को लेकर राजा बाबू कबरी गांव में मजदूर लेने गया था। ग्राम प्रधान की साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी गई थी।
पकड़े गए अभियुक्तों पर पुलिस ने अपराध संख्या- 1010/18 धारा 307, 302/115, 419, 420, 467, 468, 1011/18 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट, 1012/18 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 5100 रुपये नगद, 01 देशी तमंचा 12 बोर व 01 जिन्दा कारतूस 12 बोर, 01 तमंचा 315 बोर व 01 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 01 खोखा कारतूस 315 बोर, फर्जी पुलिस मि़त्र कार्ड, प्रधान की फोटो, 01 मोटर साईकिल अपाचे यूपी 44 एडी -7997 बरामद किया गया।