राय ने सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बीजेपी गठबंधन के समय बनी छवि पूरी तरह खत्म हो चुकी है। अब नीतीश कुमार की पहचान घोटाले, भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण देने वाले नेता और एक मुख्यमंत्री की बन चुकी है। जांच एजेंसी की कार्रवाई पर अनभिज्ञता जाहिर करते उन्होंने कहा कि बिहार में भी लालू के ठिकानों पर जांच एजेंसियों की कार्रवाई होनी चाहिए।
एक सवाल के जवाब में नित्यानंद राय ने कहा कि अब राजद सुप्रीमों को तय करना है कि उनका अगला ठिकाना कहा है। वैसे जांच एजेंसियां और कानून उनको उनके उचित ठिकाने तक जरुर पहुंचा देगी। आयकर और केन्द्रीय जांच ब्यूरो की छापेमारी के बाद राजद और कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हुआ है।
उन्होंने कहा कि ये देशवासियों के खून पसीने की कमाई को लुटने वाले नेता है, इन्हें न कानून माफ करेगा न जनता करेगी। राज्य की जनता भी ऐसे नेताओं को बिहार की राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार है।