जानकारी के अनुसार सेतिया फॉर्म चौकी के सामने दो फुट की ऊंचाई पर रखे सौ-सौ वाट के दो ट्रांसफॉर्मरों से आए दिन हादसे हो रहे थे। यहां करंट लगने से कई पशुओं की मौत तक हो गई थी। इसके अलावा बाइक सवार व बच्चों के इस ट्रांसफॉर्मर से टकराने और बड़े हादसे की आशंका बनी हुई थी। ये ट्रांसफॉर्मर सेतिया चौकी सामने लगे जमीन के नजदीक लगे हुए थे और यहां तारों का जाल फैला हुआ था। जिससे कभी भी किसी हादसे की आशंका बनी हुई थी। इस पर एसआई बलवंत सिंह ने विद्युत निगम के जेईएन विकास बिश्नोई से बात की और ट्रांसफॉर्मरों की खतरनाक स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने जल्द से जल्द इनको ऊंचा उठाने के लिए कहा। पुलिस अधिकारी के प्रयास रंग लाए और जेईएन ट्रांसफॉर्मर हटाने को तैयार हो गए। जेईएन ने भी इस कार्य को प्राथमिकता से लिया और मौका देखा, जहां ट्रांसफॉर्मर खतरनाक स्थिति में था। जेईएन विकास बिश्नोई शनिवार को अपनी टीम व सामान आदि लेकर सेतिया चौकी के सामने पहुंच गए। जेईएन की निगरानी में टीम ने दिनभर यहां लगकर पहले तो दोनों छोटे ट्रांसफॉर्मरों से यहां से हटाया। इसके बाद एक बड़ा ट्रांसर्फार्मर मंगवाया और खंभों पर जमीन से करीब छह फुट ऊपर लगवाया गया। इसके अलावा यहां पुराने बिजली के तारों को भी बदला गया। यह सब होने के बाद लोगों ने चौकी प्रभारी व निगम के जेईएन का धन्यवाद दिया।
इनका कहना है चौकी के सामने जमीन से दो फुट ऊपर लगे दो ट्रांसफॉर्मर खतरनाक स्थिति में थे और उनके तार भी पुराने व इधर उधर बिखरे पड़े थे। इस पर निगम के जेईएन से मिलकर इससे अवगत कराया। जेईएन ने मौका देखा तो वहां स्थिति खतरनाक मिली। इस पर शनिवार को दोनों ट्रांसफॉर्मरों को हटाकर एक छह फुट ऊंचाई पर लगाया गया है।
बलवंत सिंह, चौकी प्रभारी सेतिया फॉर्म श्रीगंगानगर