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राख से हो रहे प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का अनिश्चित कालीन धरना शुरू, मुख्य अभियंता को दिया ज्ञापन।

locationश्री गंगानगरPublished: Jul 16, 2019 07:14:01 pm

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Rajaender pal nikka

राख के विशाल ढेरो से हवा के साथ उड़कर राख आस पास के कई किलोमीटर क्षेत्र में फैल रही है। जिसके कारण ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है

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राख से हो रहे प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का अनिश्चित कालीन धरना शुरू, मुख्य अभियंता को दिया ज्ञापन।

सूरतगढ़ थर्मल। बिजली उत्पादन के दौरान जलने वाले कोयले से बनने वाली भारी राख के निस्तारण हेतु परियोजना के बाहर ठुकरणा पंचायत की रोही में बने ऐश डाइक से राख ( ashes ) परिवहन के दौरान होने वाले पर्यावरण प्रदूषण से ( pollution ) निजात दिलाने की मांग को लेकर प्रभावित ग्रामीणों ने मंगलवार से परियोजना मुख्य द्वार पर अनिश्चित कालीन धरना ( protest ) प्रदर्शन शुरू।
मंगलवार सुबह 10 बजे शुरू हुए ग्रामीणों के धरने पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि ठुकरणा गांव के नजदीक बने ऐश डाइक में वर्षो से परियोजना प्रशासन की और से पाइप लाइन द्वारा पानी के माध्यम से राख प्रवाहित की जा रही है। पिछले कुछ माह से इस ऐश डाइक से राख गीली राख निकाल कर बाहर सूखा कर ट्रको के माध्यम से ले जाई जा रही है। ऐश डाइक के बाहर लगे इन राख के विशाल ढेरो से हवा के साथ उड़कर राख आस पास के कई किलोमीटर क्षेत्र में फैल रही है। जिसके कारण ग्रामीणों के ( villagers ) स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव तो पड़ ही रहा है। साथ ही खेतो में खड़ी फसलो पर राख की परत जमने से फसले भी बर्बाद हो रही है।
ग्रामीणों के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचे जनता मोर्चा के ओम राजपुरोहित ने कहा कि परियोजना प्रशासन एवं परिवहन विभाग की मिली भगत के चलते ऐश डाइक से खुले ट्रको में ओवर लोड राख परिवहन की जा रही है। जिसके कारण पूरे रास्ते राख उड़ाते जाते जिसके कारण आमजन के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ रहा है। परियोजना प्रशासन व परिवहन विभाग को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए व खुले व ओवर लोड ट्रको पर तुरन्त रोक लगाते हुए गर्मी के मौसम में ऐश पोंड से राख परिवहन पर रोक लगाई जाए।
राकेश बिशनोई ने कहा कि थर्मल प्रशासन पर्यावरण मानकों व नियमो की अनदेखी कर राख निस्तारण किया जा रहा है। जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

-मुख्य अभियंता को दिया ज्ञापन
दोपहर बाद परियोजना प्रशासन के आमंत्रण पर वार्ता के लिए गए ग्रामीण प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य अभियंता को ज्ञापन देते हुए कहा कि राख परिवहन करने वाली फर्मो द्वारा खुले में लगाए गए राख के ढेरों से उड़कर आने वाली राख से ग्रामीण स्वास्थ्य एवं फसलो के नुकसान को देखते हए गर्मियों में राख परिवहन पर पूर्णतया रोक लगाने एवं ग्रामीणों क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाने व नष्ट हुई फसलो का मुआवजा देने की मांग की है। वहीं ऐश डाइक क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण करने की मांग की है।
-ग्रामीणों ने कहा कि समस्या के समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा
मंगलवार को धरने पर जयवर्धन सिंह चाड़सर, श्रीकृष्ण जोशी, महावीर झोरड़, पर्यावरण प्रेमी जसवीर सिंह निज्जर, इंटक अध्यक्ष सायं सुंदर शर्मा, महामंत्री नरेंद्र सिसोदिया, महावीर सांचौरिया, सुमेर सिंह, विक्रम सिंह, मांगी वर्मा सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।

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