scriptबाबूजी, धीरे चलना.. रेलवे ओवरब्रिज पर जरा संभलना…  | The road of the railway overbridge has become dilapidated, there is a danger of accident for drivers | Patrika News
श्री गंगानगर

बाबूजी, धीरे चलना.. रेलवे ओवरब्रिज पर जरा संभलना… 

Danger: करीब एक दशक पूर्व बनी ओवरब्रिज की सड़क इतनी जर्जर हो चुकी है कि एक मामूली चूक पर वाहन चालकों का जान गंवाना तय है। नगरपालिका की अनदेखी के चलते बसंत विहार को बड़ोपल रोड़ से जोडऩे वाले शहर के एकमात्र रेलवे ओवरब्रिज पर सडक़ पूरी तरह गड्ढ़ों में तब्दील हो चुकी है। आरओबी पर कुछ जगह तो इतने बड़े और गहरे गड्ढ़ें हैं। जिनकी चपेट में आने से भारी वाहन तक पलट सकते हैं।

श्री गंगानगरApr 28, 2024 / 07:26 pm

Hanumant ojha

श्रीगंगानगर. सूरतगढ़. शहर के रेलवे ओवरब्रिज से गुजरना वाहन चालकों के लिए जान को खतरे में डालने के समान बन चुका है। करीब एक दशक पूर्व बनी ओवरब्रिज की सड़क इतनी जर्जर हो चुकी है कि एक मामूली चूक पर वाहन चालकों का जान गंवाना तय है। नगरपालिका की अनदेखी के चलते बसंत विहार को बड़ोपल रोड़ से जोडऩे वाले शहर के एकमात्र रेलवे ओवरब्रिज पर सडक़ पूरी तरह गड्ढ़ों में तब्दील हो चुकी है। आरओबी पर कुछ जगह तो इतने बड़े और गहरे गड्ढ़ें हैं। जिनकी चपेट में आने से भारी वाहन तक पलट सकते हैं। वहीं रेलवे ओवरब्रिज पर खराब पड़ी लाइटें कोढ़ में खाज का काम कर रही हैं। ऐसे में यदि क्षतिग्रस्त सडक़ पर कोई हादसा होता है तो, वाहनों के कई फीट ऊंचाई से गिरने का खतरा है। इतना ही नहीं रात के अंधेरे में ओवरब्रिज पर नशेडिय़ों का जमावड़ा खतरा और बढ़ा रहा है। इसके बावजूद नगरपालिका प्रशासन रेलवे ओवरब्रिज की सुध नहीं ले रहा है। जिससे रात दिन इस रेलवे ओवरब्रिज से आवागमन करने वाले नागरिकों की जान पर संकट मंडऱा रहा है।
यह भी पढ़ें: 300 साल पुराने देश के सबसे बड़े ‘हनुमान मंदिर’ में दर्शन के लिए पहुंचे अनुपम खेर, देखें वीडियो

पहले अव्यवहारिक निर्माण पर करोड़ों खर्च, अब संभाल तक नहीं

गौरतलब है कि रेल लाइनों के कारण दो भागों में बंटे शहर के लिए सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के आगे बना सी 95 रेलवे फाटक दशकों तक सिरदर्द बना रहा था। ट्रेनों के आवागमन के दौरान यह रेल फाटक दिनभर कई घंटों तक बंद रहता था। जिससे निजात दिलाने के लिए करीब एक दशक पूर्व यहां रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया गया था। हालांकि पहले ओवरब्रिज का निर्माण पुराना बस स्टेण्ड रोड से प्रारंभ होकर हनुमानगढ़ रोड तक होना था। लेकिन बाद में नक्शा बदलते हुए इसका निर्माण बसंत विहार कॉलोनी से बड़ोपल तक करवा दिया गया। नागरिकों के अनुसार आरओबी की वास्तव में आवश्यकता हनुमानगढ़ रोड़ को कनेक्ट करने के लिए थी। ताकि इस रोड पर सी 95 रेल फाटक के साथ साथ पंचायत समिति के पास सी 94 रेल फाटक का अवरोध भी खत्म हो जाए। हालांकि निर्माण के समय आरओबी को हनुमानगढ़ से जोडऩे की घोषणाएं भी की गई लेकिन ये अंत में थोथी साबित हुई।
यह भी पढ़ें: हिना खान की चोट वाली तस्वीर वायरल, फैंस हो गए परेशान, जानिए क्या है सच

गड्ढ़ों में गुम हुई सड़क, सेफ्टी जाळियां तक चोरी

वर्तमान में आरओबी की सड़क पूरी तरह गड्ढ़ों में गुम हो चुकी है। आरओबी के पूर्वी तथा पश्चिमी छोर पर चढ़ाई से लेकर मध्य भाग में सड़क पर गहरे गड्ढ़े हो चुके हैं। वहीं आरओबी के मध्य भाग में तो सड़क कंक्रीट में तब्दील हो चुकी है। ऐसे में आरओबी से गुजरने वाले वाहन अक्सर गड्ढ़ों की चपेट में आकर ब्रेक डाउन हो जाते हैं। इतना ही नहीं, रेलवे विद्युतीकरण कार्य के दौरान आरओबी पर सेफ्टी के लिए जाळियां लगाई गई थी। जिसको असामाजिक तत्व उखाड़कर ले गए। ऐसे में रात्रि के दौरान यहां से गुजरते समय एक मामूली चूक से वाहन करीब एक सौ फीट ऊंचाई से नीचे गिर सकते हैं।
यह भी पढ़ें:छोटे बजट की इस मूवी को आमिर खान-अक्षय कुमार ने किया था रिजेक्ट, हुई ब्लॉकबस्टर, जीते 3 नेशनल अवॉर्ड

जल्द करवाएंगे आरओबी पर सड़क की मरम्मत

इस संबंध में नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने बताया कि आरओबी की सड़क की दशा सुधारने के लिए जल्द तकमीना तैयार कर मरम्मत करवाई जाएगी। नगरपालिका ने कुछ माह पूर्व ही आरओबी की लाइटें दुरूस्त करवाई थी। यदि लाइटें फिर से खराब हो गई हैं तो, सही करवा दी जाएंगी।

Home / Sri Ganganagar / बाबूजी, धीरे चलना.. रेलवे ओवरब्रिज पर जरा संभलना… 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो